संसद की सुरक्षा में चूक: TMC MLA के साथ ललित झा की तस्वीर, BJP ने घेरा

 

संसद में स्मोक बम फेंकने की घटना के बाद से देश की राजनीति गरमा गई है. इस घटना में शामिल अब तक 4 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. हालांकि अभी भी इस घटना का मास्टरमाइंड ललित झा फरार है. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वह कहां छिपा है? इसी बीच, यह सूचना आई है कि वह कोलकाता के बड़ाबाजार इलाके में रहता था. ललित झा का कोलकाता कनेक्शन सामने आने के बाद बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने टीएमसी एमएलए तापस रॉय के साथ ललित झा की तस्वीर ट्वीट की है और टीएमसी को घेरा है.

बता दें कि ललित झा कोलकाता के बड़ाबाजार इलाके में डेढ़ साल पहले रहता था. लोग उसे ‘मास्टरजी के नाम से पुकारते थे. तापस रॉय पहले बड़ाबाजार इलाके के ही टीएमसी के विधायक हुआ करते थे.

टीएमसी विधायक के साथ ललित झा की तस्वीर सामने आने के बाद बंगाल की राजनीति में हड़कंप मच गया है और इसे लेकर बयानबाजी शुरू हो गई है. इस पर तापस रॉय ने कहा कि सुकांत मजूमदार को प्रमाणित करना होगा. अन्यथा इस मामले में अपराधिक और मानहानि मामला करेंगे. वह इस व्यक्ति को नहीं पहचानते हैं. उन्होंने कहा कि वह भाजपा नेता के खिलाफ कोर्ट में मामला करेंगे. कोई भी एजेंसी इस मामले की जांच कर ले कि उनके साथ उस आरोपी व्यक्ति का संबंध है. वह जांच के लिए तैयार हैं.

सुकांत मजूमदार ने की जांच की मांग

बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष डॉ सुकांत मजूमदार ने सोशल साइट एक्स पर टीएमसी विधायक तापस रॉय के साथ ललित झा की तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा, “हमारे लोकतंत्र के मंदिर पर हमले का मास्टरमाइंड ललित झा लंबे समय से टीएमसी के तापस रॉय के साथ घनिष्ठ संबंध में था. क्या यह सबूत नेता की मिलीभगत की जांच के लिए पर्याप्त नहीं है?”

बता दें कि बुधवार की घटना के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए लोगों में से कोई भी पश्चिम बंगाल का निवासी नहीं है, हालांकि जांच में पुलिस को पता चला कि ललित झा ने स्मोक बम हमले के बाद इसी राज्य की रहने वाले नीलाक्ष आइच को अपना एक वीडियो भेजा था. पुलिस ने नीलाक्ष आइच से पूछताछ की है.

नीलाक्ष के शब्दों में, ‘ललित ने संसद के बाहर सड़क स्मोक बम लेकर खड़े दो लोगों का एक वीडियो भेजा, लेकिन मैं सचमुच नहीं जानता कि मुझे क्यों भेजा गया.”

मास्टरमाइंड का सामने आया बंगाल कनेक्शन

सवाल यह है कि नीलाक्ष की मुलाकात ललित से कैसे हुई? नीलाक्ष ने कहा, ‘पिछले अप्रैल में मैं सेंट्रल एवेन्यू के एक कार्यक्रम में गया था और ललित से बात की थी. उसने मुझे अपना परिचय एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में दिया था. उसी आधार पर बातचीत शुरू हुई. बाद में ललित मेरे एनजीओ से जुड़ गया. वहां काम करता था.’

जांच में सामने आई जानकारी के आधार पर पुलिस ने दावा किया कि ललित ही बुधवार की घटना का ‘मास्टरमाइंड’ था. यह सब योजनाबद्ध था. ललित झा ने सभी के लिए गुरुग्राम में विक्की नामक दोस्त के घर पर रहने की व्यवस्था की थी.

 

 

 

 

 

 

 

 

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