लोकसभा चुनाव के बीच में बसपा के अहम पदों से आकाश आनंद की दुखभरी विदाई, ये हैं 3 बड़ी वजह

 

लखनऊ: काफी लंबे इंतजार के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने पिछले साल दिसंबर में हुई पार्टी बैठक में आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। मायावती ने भरी सभा में ऐलान किया था कि उनके उत्तराधिकारी आकाश आनंद होंगे। इसके बाद मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए लोकसभा चुनाव 2024 की कमान सौंपी थी। उन्हें नेशनल कोऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी देने के साथ चुनाव प्रचार में आगे किया। 2024 लोकसभा चुनाव में आकाश आनंद लगातार चुनाव प्रचार में खूब पसीना बहा रहा थे, लेकिन फिर अचानक ऐसा किया हुआ कि मायावती को उनमें अपरिपक्वता दिखाई देने लगी या फिर कहीं मायावती को 2024 चुनाव के परिणाम साफ तो नहीं दिखाई दे रहे हैं, जिससे उन्होंने आकाश आनंद से जिम्मेदारी वापस ले ली।

आकाश आनंद पर FIR है वजह?

लोकसभा चुनाव 2024 की जिम्मेदारी मिलने के बाद से आकाश आनंद लगातार पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने से लेकर प्रचार तक में खूब पसीना बहा रहे थे। कुछ दिन पहले सीतापुर शहर के राजा कॉलेज मैदान में बसपा की जनसभा में आकाश आनंद ने एक भड़काऊ बयान दे दिया था। जिस पर पुलिस ने आकाश आनंद पर एफआईआर दर्ज की थी। इसके बाद मायावती की नाराजगी का सामना आकाश आनंद को करना पड़ था। मायावती ने उनके आगे के सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया था। साथ ही आकाश पर किसी भी प्रकार से पार्टी कार्यक्रम में शामिल नहीं होने तक पर पाबंदी लगा दी थी।

पार्टी से इतर चलना पड़ा भारी

आकाश आनंद की रैलियों, जनसभाओं और कार्यक्रमों में भड़काऊ बयान सामने आ रहे थे, जबकि मायावती के बयान और उनके पोस्ट कानून के दायरे में रहते हैं। मायावती के बयानों और उनके सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट कानून के दायरे में रहते हैं। मायावती के बयानों और किए गए पोस्ट पर कोई कानून चुनौती नहीं दे सकता है। कहीं न कहीं आकाश आनंद का भड़काऊ बयान भी कारण हो सकता था, क्योंकि वो पार्टी की गाइडलाइन से अलग होकर बयान दे रहे थे, जोकि मायावती को पसंद नहीं आया।

भाषा शैली भी विपक्षी नेताओं की तरह होना कारण तो नहीं

आकाश आनंद की जनसभाओं और रैलियों में उनके भाषण दिन प्रति दिन भड़काऊ होते जा रहे थे। उनकी भाषा शैली विपक्षी नेताओं की तरह भड़काऊ बयान देने लगे थे। उनकी भाषा शैली में अपरिपक्वता साफ दिखाई दे रही थी। कहीं यही कारण तो नहीं है कि मायावती को उनको हटाना मजबूरी बन गई। मायावती ने 2024 के चुनाव में सपा से अलग होकर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। हालांकि, मायावती ने 2019 लोकसभा चुनाव में सपा के साथ में लड़ा था।

सपा-भाजपा ने बोला हमला

आकाश आनंद को हटाए जाने के बाद बीजेपी ने मायावती पर हमला बोला है। बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि मायावती बसपा को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह चलाती हैं। वह मनचाहे निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं। वहीं, सपा प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने कहा कि बसपा-भाजपा का अघोषित गठबंधन है, ये जनता देख रही है। जिस तरह से बसपा के टिकट का बंटवारा हुआ और फिर टिकट बदले गए, वो कहीं न कहीं बीजेपी का प्रभाव नजर आता है।

 

 

 

 

 

 

 

 

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!