यूक्रेन में कब होगी शांति… व्लादिमीर पुतिन की दो टूक, बताया युद्ध में कितने रूसी सैनिक हैं तैनात

मॉस्को: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन को लेकर उनके देश के लक्ष्यों में कोई बदलाव नहीं आया है और इनके हासिल होने तक शांति कायम नहीं होगी। पुतिन ने वर्ष के अंत में होने वाले संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में यह बात कही। पुतिन ने कहा कि यूक्रेन को लेकर रूस के लक्ष्यों में नाजीवाद का खात्मा, असैन्यीकरण और देश की तटस्थ स्थिति स्थापित करना शामिल है और इनमें कोई बदलाव नहीं आया है। उन्होंने फरवरी 2022 में जब सैनिकों को यूक्रेन भेजा था तब भी उन्होंने इन लक्ष्यों को रेखांकित किया था। उन्होंने कीव को नियंत्रण में लेने के सेना के प्रयास नाकाम होने के बाद पिछले साल पारंपरिक संवाददाता सम्मेलन नहीं किया था।

यूक्रेन को तटस्थ रखना चाहते हैं पुतिन

रूस का आरोप है कि यूक्रेन सरकार पर कट्टर राष्ट्रवादी और नव-नाजीवादी समूहों का प्रभाव है। हालांकि, यूक्रेन और पश्चिमी देश रूस के इस दावे को खारिज करते रहे हैं। पुतिन चाहते हैं कि यूक्रेन को तटस्थ रहना चाहिए और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, “जब हम ये लक्ष्य हासिल कर लेंगे तब शांति कायम हो जाएगी। जीत हमारी होगी।”

यूक्रेन में कितने रूसी सैनिक तैनात

पुतिन ने बताया कि फिलहाल वहां लगभग 6,17,000 रूसी सैनिक हैं, जिनमें लगभग 2,44,000 वे सैनिक हैं, जिन्हें पेशेवर रूसी सैन्य बलों के साथ मिलकर लड़ने के लिए बुलाया गया था। उन्होंने कहा कि रूस को एक बार फिर पूर्व सैनिकों को लामबंद करने की जरूरत नहीं है और सेना में हर दिन 1,500 पुरुष भर्ती किए जा रहे हैं। पुतिन ने कहा कि बुधवार शाम तक कुल 4,86,000 सैनिक रूसी सेना के साथ अनुबंध कर चुके हैं।

यूक्रेन में रूसी सेना की बढ़त का किया दावा

पुतिन में यूक्रेन में जारी युद्ध में रूसी सेना की बढ़त को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “हमारे सभी सशस्त्र बल अपनी स्थिति में सुधार कर रहे हैं, लगभग सभी बल सक्रिय कार्रवाई के चरण में हैं और हमारे सैनिकों की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। दुश्मन ने बड़े जवाबी हमले का ऐलान किया है, लेकिन उसे कहीं कुछ हासिल नहीं हुआ है।” उन्होंने आरोप लगाया कि यूक्रेन पश्चिमी देशों को कुछ सफलता दिखाने के लिए अपने सैनिकों का बलिदान दे रहा है क्योंकि वह अधिक सहायता चाहता है। मेरा मानना है कि यह मूर्खतापूर्ण और गैर-जिम्मेदाराना है, लेकिन यह उनका मामला है।”

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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