महराजगंज। ठंड बीत गई। गर्मी का आगाज हो चुका है। गेहूं की फसल खेतों में लहलहा रही है। अग्निशमन विभाग जिले में आग बुझाने के संसाधन और कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है। ऐसे में अगर कहीं आग लगी तो कैसे बुझेगी यह चिंतनीय है।
जानकारी के अनुसार, धनेवा तथा सिसवा बाजार में पहले से ही अग्निशमन केंद्र संचालित हैं, जबकि निचलौल तहसील क्षेत्र में एक केंद्र निर्माणाधीन है। फरेंदा व नौतनवा तहसील में भूमि मिलने के बाद भी अभी तक वहां पर केंद्र का निर्माण शुरू नहीं हो सका है। इसके कारण पूरे जिले में आग से बचाव के लिए प्रबंध धनेवा व सिसवा केंद्र के वाहनों व कर्मियों के भरोसे ही होता है।
जिले में वाहनों की उपलब्धता पर नजर डालें तो तीन वाटर टेंडर (बड़े वाहन), तीन वाटर मिस्ट वाहन (400 लीटर क्षमता वाले) तथा तीन बोलेेरो कैंपर (पंप के साथ) उपलब्ध हैं। ये नौ वाहन जिले की आवश्यकता को देखते हुए नाकाफी हैं। 12 ब्लॉक वाले इस जिले में यदि किसी वजह से एक समय में कई जगहों पर आग लग गई तो क्षति को रोक पाना मुश्किल होगा। आग से बचाव के लिए जिम्मेदारों को संसाधनों की व्यवस्था को और मजबूत बनाना होगा।