IAS,IFS अधिकारी ने बताया- UPSC Prelims Clear करने के लिए कितने साल पुराने प्रश्न पत्र को हल करना ठीक होगा?

 

UPSC Civil Services Exam 2024: यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 26 मई, 2024 को आयोजित होने वाली है।  ये तो हम सभी जानते हैं कि यूपीएससी की परीक्षा मुश्किल परीक्षा में से एक है। वहीं यूपीएससी परीक्षा के तीन चरण होते हैं, प्रारंभिक, मुख्य और इंटरव्यू। जो उम्मीदवार प्रारंभिक परीक्षा को पास करेंगे, सिर्फ उन्हें ही यूपीएससी मुख्य परीक्षा में बैठने का मौका दिया जाएगा। बता दें, यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा एक क्वालीफाइंग परीक्षा है। यानी इसके मार्क्स फाइनल परिणाम  में नहीं जोड़े जाएंगे। वहीं जो उम्मीदवार अगले साल यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं, वह  यहां जान लें IAS, IFS अधिकारियों की ओर से शेयर किए गए इन जरूरी टिप्स के बारे में। जो आपकी परीक्षा में काफी मदद कर सकते हैं।

आईएफएस अधिकारी हिमांशु त्यागी कहते हैं, यूपीएससी सिविल सर्विसेज सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है, और हालांकि हर साल केवल कुछ ही उम्मीदवारों का चयन होता है, लेकिन किसी को उम्मीद नहीं खोनी चाहिए। उन्होंने कहा जब आप किसी परीक्षा में फेल होते हैं तो उससे सीखने की कोशिश करें और अपने असफलता को स्वीकार कर उसका सामना करें। आप एक चीज याद रखें असफलता के बाद आपके जीवन में प्रगति जरूर होगी। इसलिए असफलता के बाद अपनी पढ़ाई के पैटर्न को और अच्छे समझने की कोशि करें। वहीं जरूरत पड़ने पर बदलाव करें। ऐसा करने से आप सफल जरूर होंगे। हिमांशु त्यागी ने एक फॉर्मूला शेयर करते हुए कहा है कि, परिवर्तन->असफल->प्रगति। इसे हमेशा याद रखें। यदि आप नहीं बदलेंगे तो समाज आपको बदलकर कठपुतली बना देगा।

बता दें, ऐसे कई उम्मीदवार हैं जो पहले या तीसरे प्रयास में भी  यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा पास करने में असफल हो जाते हैं। हालांकि, सफलता चाहिए तो इसका एकमात्र विकल्प लगातार प्रयास करते रहना है।

करंट अफेयर्स के बारे में जरूर पढ़ें

करंट अफेयर्स सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है क्योंकि परीक्षा में देश और दुनिया के करंट अफेयर्स से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं। जो उम्मीदवार इस सेक्शन की तैयारी काफी अच्छे से करता है, उसके प्रारंभिक परीक्षा में पास होने की संभावना बढ़ जाती है।

सृष्टि देशमुख गौड़ा, आईएएस 2019, अपने ब्लॉग पोस्ट में सलाह देते हुए लिखा था कि “जो उम्मीदवार प्रारंभिक  परीक्षा में शामिल होते हैं, उन्हें पेपर में पूछे गए प्रश्नों के प्रकार, फॉर्मेट और कैटेगरी का बारीकी से विश्लेषण करना चाहिए। पिछले वर्षों के प्रश्नों को हल करने के लिए हर दिन आधे घंटे का समय निकालें। इससे आपको अंदाजा हो जाएगा कि यूपीएससी आपके सामने किस तरह के सवाल रखने वाला है। आप प्रारंभित परीक्षा की  बेहतर तैयारी के लिए पिछले 7 वर्षों के प्रश्नपत्रों को सॉल्व करें और उसका बारिकी से विश्लेषण करते हुए समझने की कोशिश करें कि प्रश्न पत्र में किस प्रकार के प्रश्नों को ज्यादा पूछा गया है और भविष्य में कैसे प्रश्न पूछे जाने की संभावना सबसे अधिक है। उन विषयों के प्रश्नों पर निशान लगाएं एक से अधिक बार पूछे गए हैं। इन सभी प्रश्नों का एक अलग से नोट जरूर बनाएं”

जरूरी है CSAT

सी-सैट यानी कॉमन सिविल सर्विसेस एप्टीट्यूड टेस्ट पर हिमांशु त्यागी उम्मीदवारों को अधिक ध्यान देने की सलाह देते हैं। उनका मानना ​​है कि “CSAT ज्यादा मुश्किल है। इस पेपर में आईआईटियन भी फेल हो रहे हैं, ऐसे में इसे गंभीरता से लेना चाहिए। सभी CSAT PYQ (Previous Year Questions) को दो बार हल करें। CSAT टेस्ट सीरीज के लिए तभी जाएं जब आपका PYQ पूरा हो जाए।”

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र के बारे में जरूर पढ़ें

चाहे वह यूपीएससी सिविल सर्विसेज की परीक्षा हो, जेईई, एनईईटी या कोई अन्य प्रवेश परीक्षा हो। परीक्षा में शामलि होने वाले उम्मीदवारों को हमेशा पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र को हल करने की सलाह दी जाती है। ताकि उम्मीदवार पैटर्न, मार्किंग स्कीम और कठिनाई स्तर को समझ सके। IFS हिमांशु त्यागी सुझाव देते हैं कि पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र आपको उन क्षेत्रों को समझने में भी मदद करते हैं जिनमें आपकी कमी हो सकती है। पिछले वर्ष के प्रश्नपत्रों को हल करते समय, समझें कि आपके लिए क्या काम करेगा और क्या नहीं। वहीं इन प्रश्नों को हल करने के दौरान अपनी खुद की रणनीति बनाएं।

IAS अधिकारी सृष्टि देशमुख जैसे कुछ स्पेशलिस्ट यह भी सुझाव देते हैं कि कम से कम यूपीएससी परीक्षा में बैठने से पहले पिछले 5 साल के प्रश्न पत्रों को की अच्छी तरह से  चेक कर लेना चाहिए।

इसी के साथ, IFS हिमांशु त्यागी का भी मानना ​​है कि मॉक टेस्ट भी परीक्षा को पास करवाने के लिए काफी मदद करते हैं। जितना संभव हो उतने मॉक टेस्ट हल करें। देखें कि आपके लिए क्या काम करता है और क्या नहीं और किसी भी परीक्षा को देते समय ये जरूर सोच लें कि आप उसे कितने प्रयास में क्लियर करना चाहते हैं।  

 

 

 

 

 

 

 

 

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