छत्तीसगढ़: विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस ने अपने संगठन को मजबूत करने पर काम शुरू कर दिया है। लोकसभा चुनावों की आहट के बीच पार्टी तमाम संगठनात्मक सुधारों और नियुक्तियों को भर देना चाहती है। यही नहीं पार्टी जल्द से जल्द छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति भी कर देना चाहती है। पार्टी के आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की घोषणा मंगलवार (19 दिसंबर) से पहले कर दी जाएगी क्योंकि नई सरकार बनने के बाद पहली बैठक 19 दिसंबर को शुरू होने की संभावना है। फिलहाल, तीन कांग्रेस नेता – चरणदास महंत, भूपेश बघेल और उमेश पटेल नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने की दौड़ में माने जा रहे हैं।
चरणदास महंत राज्य विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और सक्ती निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं, जबकि बघेल पूर्व मुख्यमंत्री और पटेल पूर्व मंत्री हैं। महंत ने 2004 से 2013 तक कार्यकारी और पूर्णकालिक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाला था जबकि पटेल खरसिया विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और 2013 से तीन बार विधायक रहे हैं। पटेल 2016-19 के बीच छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उमेश पटेल 2018 से 2023 तक भूपेश बघेल सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे।
एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि टीएस सिंह देव, रवींद्र चौबे, मुहम्मद अकबर और जय सिंह अग्रवाल समेत अधिकांश वरिष्ठ नेता विधानसभा चुनाव हार गए थे इसलिए नेता प्रतिपक्ष के चुनाव में राज्य कांग्रेस के सामने ज्यादा विकल्प नहीं हैं। कांग्रेस के एक विधायक ने कहा- महंत इस पद की दौड़ में हैं, लेकिन कुछ विधायक उनका समर्थन नहीं कर रहे हैं। हालांकि, कुछ विधायकों और नेताओं का मानना है कि विपक्ष में एक आक्रामक नेता के रूप में उनकी छवि के कारण भूपेश बघेल को यह पद दिया जाना चाहिए।
कांग्रेस सूत्र ने कहा- जहां तक मुझे पता है, बघेल को इस पद में कोई दिलचस्पी नहीं है। मुझे नहीं पता कि उन्होंने आलाकमान से इस बारे में कोई बात की है या नहीं, लेकिन ऐसा लगता है कि वह विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद कुछ समय तक पार्टी में कोई पद नहीं चाहते हैं।
वहीं पहली बार विधायक बने एक नेता ने दावा किया कि पार्टी को विधानसभा में एक आक्रामक नेता की जरूरत है जो मुद्दों पर लड़ सके और भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की विफलताओं को बता सके। भूपेश जी ने मुझसे कहा है कि वह कुछ समय के लिए कोई पद नहीं संभालेंगे… मुझे इसका कारण नहीं पता। मैंने कुमारी शैलजा जी और अजय माकन से भी कहा कि बघेल इस पद के लिए सही व्यक्ति हैं, लेकिन यदि उन्हें इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है, तो हम क्या कर सकते हैं?