नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव की घड़ी नजदीक आ रही है। बमुश्किल एक महीना ही बचा है। हालांकि अभी तारीखों का ऐलान बाकी है लेकिन इससे पहले ही राजनीतिक दलों के बीच कड़ी टक्कर जारी है। चुनावी मैदान में इस बार मुकाबला एनडीए बनाम ‘इंडिया’ गठबंधन है। पिछले साल नए कलेवर और नए तेवर के साथ पटना की धरती से एकजुटता का संदेश देने वाले विपक्षी गठबंधन ने भी कमर कस ली है। एनडीए का लक्ष्य 400 पार का है तो वहीं महागठबंधन मोदी सरकार के विजयी रथ पर लगाम लगाने के सपने देख रहा है। यह भी सच है कि बीते 6-8 महीनों में इंडिया गठबंधन भी कमजोर हुआ है। ममता, नीतीश जैसे नेताओं के अलग होने और पाला बदलने के बाद से चुनौती बढ़ी है। इस बीच दिल्ली में पहली बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। सीटों का बंटवारा भी 3:4 के फॉर्मूले पर तय हुआ है। 3 सीटें कांग्रेस तो 4 सीटें आम आदमी पार्टी को मिली हैं। बीजेपी ने अपनी पहली लिस्ट में 7 सीटों में 5 पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने 13 मार्च को पूर्वी दिल्ली और उत्तर पश्चिमी दिल्ली पर भी कैंडिडेट के नाम घोषित कर दिए हैं। पूर्वी दिल्ली से हर्ष मल्होत्रा और उत्तर-पश्चिमी दिल्ली से योगेंद्र चंदौलिया को कैंडिडेट बनाया गया है। आम आदमी पार्टी ने भी अपने 4 उम्मीदवारों की लिस्ट निकाल दी है। कांग्रेस में अभी मंथन का दौर चल रहा है मतलब पार्टी ने अपने सिपाही नहीं उतारे हैं। आइए एक नजर तीनों पार्टियों के उम्मीदवारों पर डाल लेते हैं-
दिल्ली की वो 7 लोकसभा सीटें कौन सी हैं?
- नई दिल्ली
- चांदनी चौक
- पूर्वी दिल्ली
- उत्तर-पूर्वी दिल्ली
- उत्तर-पश्चिमी दिल्ली
- पश्चिमी दिल्ली
- दक्षिणी दिल्ली
दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों पर कैंडिडेट की पूरी सूची
लोकसभा सीट | बीजेपी उम्मीदवार | इंडिया गठबंधन(कांग्रेस+ आप) |
नई दिल्ली | बांसुरी स्वराज | सोमनाथ भारती(AAP) |
चांदनी चौक | प्रवीण खंडेलवाल | अभी तय नहीं |
पूर्वी दिल्ली | हर्ष मल्होत्रा | कुलदीप कुमार(AAP) |
उत्तर-पूर्वी दिल्ली | मनोज तिवारी | अभी तय नहीं |
उत्तर-पश्चिमी दिल्ली | योगेंद्र चंदोलिया | अभी तय नहीं |
पश्चिमी दिल्ली | कमलजीत शहरावत | महाबल मिश्रा(AAP) |
दक्षिणी दिल्ली | रामवीर सिंह बिधूड़ी | सही राम पहलनवान(AAP) |
दिल्ली में AAP-कांग्रेस के बीच सीटों का फॉर्मूला क्या है?
दिल्ली में पहली बार आम आदमी पार्टी और कांग्रेस एक साथ लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। दोनों के बीच चली लंबी बैठकों के दौर के बाद यह तय हुआ है कि आम आदमी पार्टी 4 सीट और कांग्रेस 3 सीट पर चुनाव लड़ेगी। तय फॉर्मूले के मुताबिक, आम आदमी पार्टी के पास नई दिल्ली, पूर्वी दिल्ली , पश्चिमी दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली की सीटें हैं। वहीं कांग्रेस को चांदनी चौक, उत्तर-पूर्वी दिल्ली और उत्तर-पश्चिमी दिल्ली वाली सीटें हिस्से में आई हैं। कांग्रेस को अपनी इन तीन सीटों के लिए उम्मीदवारों का ऐलान करना बाकी है।
बीजेपी ने भी 2 सीटों पर अभी नहीं तय किए नाम
आप-कांग्रेस से इतर भरतीय जनता पार्टी ने भी अपने 5 उम्मीदवार ही उतारे हैं। 2 सीटों पर पार्टी आलाकमान को फैसला लेना है। भाजपा ने पूर्वी दिल्ली और उत्तर-पश्चिमी दिल्ली की सीट अभी खाली रखी है। बता दें कि दिल्ली की 7 सीटों पर पहले 28 उम्मीदवारों के नाम पर मंथन किया गया था। कयास यह भी थे कि चांदनी चौक से बॉलीवुट सुपरस्टार अक्षय कुमार को मैदान में उतार सकती है लेकिन ऐसा हुआ नहीं। अब देखना होगा कि बीजेपी बाकी बची 2 सीटों से किसे अपना उम्मीदवार घोषित करती है।
आम चुनावों में दिल्ली का महत्व
सात लोकसभा सीटों के साथ दिल्ली का आम चुनावों में महत्वपूर्ण स्थान है। यह ठीक वैसे ही है जैसे दिल्ली का रास्ता यूपी से होकर जाता है। सीटों की छोटी संख्या के बावजूद, दिल्ली में बहुमत हासिल करना अक्सर केंद्र में सरकार बनाने के लिए एक अग्रदूत के रूप में देखा जाता है। अतीत में, दिल्ली में बहुमत हासिल करने वाली पार्टी ने राजनीतिक परिदृश्य में केंद्र शासित प्रदेश के महत्व को दर्शाते हुए केंद्र सरकार बनाई है।
दिल्ली में कितने चरण में हो सकते हैं चुनाव?
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली के लिए आम चुनाव अप्रैल और मई के महीनों में होने की उम्मीद है। आने वाले हफ्तों में भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) द्वारा सटीक तारीखों की पुष्टि की जाएगी। दिल्ली में सीटों की संख्या कम होने के कारण आम तौर पर एक ही चरण में मतदान होता है।