लखनऊ: मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि लखनऊ, गोरखपुर व प्रयागराज वाराणसी से अयोध्या के राष्ट्रीय राजमार्गों को ग्रीन कॉरिडोर के रूप में बनाया जाए, जिससे किसी प्रकार का व्यवधान न हो। इन मार्गों पर सफाई की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इन मार्गों पर मानस रामायण की चौपाइयों के साथ बनी होर्डिंग्स लगाई जाए। इस संबंध में आवास व शहरी नियोजन विभाग ने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए 14 विभागों को जारी दिशा-निर्देश संबंधी शासनादेश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि निजी भवनों में 18 जनवरी से किसी प्रकार का निमार्ण कार्य न किया जाए। जिससे मलबा इकट्ठा न हो।
जहां कहीं मलबा पड़ा हो, उसे तुरंत हटवा दिया जाए। कुंभ मेला की भांति शौचालयों की साफ-सफाई की उत्तम व्यवस्था की जाए। डिजिटल टूरिस्ट एप्स बन गया है। इसे इर्मसिव व्यू सहित 14 जनवरी को लांच किया जाए। प्रयागराज की भांति 50 एकड़ भूमि पर टेंन्ट सिटी का निर्माण यथाशीघ्र सम्पन्न करा लिया जाए। रामायण होटल के निकट पर्यटन विभाग द्वारा 2,500 व्यक्तियों के लिए निर्मित किए जा रहे टेन्ट सिटी की तैयारियां 15 जनवरी तक कर ली जाएं।
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इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम और माघ मेला 2024 की तैयारियों की ऑनलाइन समीक्षा की। इस दौरान अफसरों को निर्देश दिया कि प्रयागराज, प्रतापगढ़ और कौशाम्बी से अयोध्या जाने वाले मार्ग पर ग्रीन कॉरिडोर बनवाएं। ग्रीन कॉरिडोर के क्रम में अयोध्या मार्ग पर अतिक्रमण हटाने का काम, अनावश्यक वाहनों की पार्किंग न होने का काम भी शामिल रहेगा। साथ ही अयोध्या मार्ग पर अनावश्यक भीड़ को रोकने के लिए भी निर्देश दिया। 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान राम का प्राण प्रतिष्ठा होगी। वीवीआईपी मुवमेंट के चलते अयोध्या की सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई है।