महराजगंज/भिटौली। घुघली थाना क्षेत्र के शितलापुर गांव की सड़क पर नाली के पानी का जलजमाव मायके आई महिला की मौत का सबब बन गया। पानी भरे सड़क में गिर कर गंभीर रूप से घायल हो गई। इलाज के बाद होश आया। रात में फिर तबियत बिगड़ गई। घर पर ही महिला दम तोड़ दी। इस घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने सोमवार को पानी भरे गांव की सड़क में प्रदर्शन किया। घटना के लिए विकास विभाग को जिम्मेदार ठहराया। उनकी लापरवाही के खिलाफ जांच कराकर कार्रवाई की मांग की।
शितलापुर में मायके में रह रही कुशीनगर जनपद कप्तानगंज थाना लक्ष्मीपुर की महिला लीलावती (30) शाम लगभग सात बजे घर के सामने मुख्य मार्ग पर जरूरी काम से बाहर निकली। उसी बीच नाली के गंदे पानी में वह गिर गई। सिर में गंभीर चोट लगने के कारण वह बेहोश हो गई। काफी देर तक वह पानी में पड़ी रही। बेहोशी की हालत में परिजन उसे बाहर निकाल तत्काल एक निजी चिकित्सक के वहां ले जाकर इलाज कराया।
कुछ देर बाद उसे होश आया। परिजनों ने बताया कि देर रात लगभग तीन बजे उसकी हालत बिगड़ती गई और घर पर ही उसने दम तोड़ दिया। पति संतोष केरल में रहकर रोजी-रोटी का काम करता है। घटना की सूचना पर वह घर के लिए रवाना हो गया। मृतका लीलावती के तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं। गांव में शोक का माहौल है।
गांव के मुख्य मार्ग पर बहता है नाली का गंदा पानी:
शितलापुर में मुख्य मार्ग पर लगभग 500 मीटर की दूरी तक नाली का गंदा पानी बहता है। इससे सड़क नहर जैसी दिखती है। सड़क पर लगभग तीन से चार फीट की गहराई तक साल के 12 महीने पानी लगा रहता है। लीलावती के घर के सामने भी पानी लगा हुआ है। उसकी मौत की वजह सड़क पर जलजमाव को ही बताया जा रहा है। इससे नाराज ग्रामीण ने ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया।
इसमें गांव के ही गिरिजेश, शिवपाल, सतनाम, मिनहाज, अशोक पांडेय, जामिन अली, अकबर, पप्पू, बदरूज्जमा, कलाम, सुभान, इंशाद, रजत, असगर, निसार, जियाउल, जाकिर, नसीम, दिलीप आदि ग्रामीणों ने बताया कि पानी के निकास के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों को पत्र लिखा गया लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क जहां पानी लगता है, वहां काफी गड्ढा युक्त हो गया है। इसके कारण पानी सड़क पर ही एकत्रित होता है। समस्या के समाधान के लिए ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया।