आसिफ नवाज की रिपोर्ट-
लखनऊ: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक (DGP) ने प्रदेश भर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष दिशा निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों का उद्देश्य त्योहार के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखना और संभावित असामाजिक गतिविधियों पर नियंत्रण करना है।
थानों में तैयारी:
प्रत्येक थाने पर उपलब्ध त्योहार रजिस्टर का अध्ययन करने और किसी नई परंपरा की अनुमति न देने के आदेश दिए गए हैं। DGP ने स्पष्ट रूप से कहा है कि असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाए और आवश्यकता अनुसार उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
आयोजन स्थल पर सुरक्षा:
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से संबंधित सभी आयोजन स्थलों, जैसे मंदिर, पंडाल, और लीलास्थल, को विशेष रूप से सुरक्षित किया जाएगा। इन स्थानों पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या का पूर्वानुमान लगाकर पुलिस व्यवस्था तैनात की जाएगी। इसके साथ ही, यातायात को सुगम बनाने के लिए विशेष प्रबंध किए जाएंगे।
संवेदनशील स्थलों पर नजर:
पिछले वर्षों में विवादित स्थलों पर या किसी प्रकार की अप्रिय घटना के संभावित स्थलों पर विशेष सुरक्षा तैनात की जाएगी। विवादित क्षेत्रों में स्थानीय प्रशासन और पुलिस की उपस्थिति बढ़ाई जाएगी ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके।
संपर्क और समन्वय:
DGP ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के आयोजनों के दौरान स्थानीय धर्मगुरुओं और आयोजनकर्ताओं के साथ निरंतर संपर्क बनाए रखें। किसी भी समस्या या विवाद की स्थिति में तुरंत समाधान के लिए विशेष निगरानी व्यवस्था स्थापित की जाएगी।
इन निर्देशों का उद्देश्य त्योहार के दौरान शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करना है। पुलिस महानिदेशक ने सभी अधिकारियों को निर्देशों का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया है।