नेपाल तनहुँ बस दुर्घटना: मृतकों की संख्या बढ़कर 27 हुई, नेपाली अधिकारियों ने भारतीय दूतावास को सूचना दी

आनन्द श्रीवास्तव की रिपोर्ट-

काठमांडू: नेपाल के तनहुँ जिले में हुए एक दर्दनाक बस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 27 हो गई है। यह बस उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से पर्यटकों को लेकर पोखरा से काठमांडू जा रही थी, जब अंबुखैरेनी ग्रामीण नगर पालिका के वार्ड नंबर 2 के पास ऐना पहाड़ के करीब मार्स्यांगडी नदी में गिर गई। दुर्घटना के समय बस में कुल 43 यात्री सवार थे।

बस यूपी 53 एफटी 7623, जो पोखरा से काठमांडू के लिए रवाना हुई थी, सुबह-सुबह ऐना पहाड़ के पास अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। तनहुँ जिले के मुख्य जिला अधिकारी (सीडीओ) जनार्दन गौतम ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। नेपाल सेना और पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य में जुट गए।

घटना में 27 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 16 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायल यात्रियों को नेपाल सेना के हेलीकॉप्टर द्वारा इलाज के लिए काठमांडू के विभिन्न अस्पतालों में भेजा गया है। हादसे में मृतकों के शवों को अंबुखैरेनी ग्रामीण नगर पालिका में रखा गया है।

घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन और सेना ने तत्काल बचाव अभियान शुरू किया। नेपाल सेना के हेलीकॉप्टर द्वारा गंभीर रूप से घायल यात्रियों को काठमांडू ले जाया गया, जहाँ उनका इलाज किया जा रहा है। सेना और पुलिस की टीम ने दुर्घटनास्थल से मृतकों के शवों को निकाला और उन्हें अंबुखैरेनी ग्रामीण नगर पालिका में सुरक्षित रखा गया है।

 

भारतीय दूतावास को सूचित किया गया-

दुर्घटना और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए नेपाली अधिकारियों ने तुरंत भारतीय दूतावास को इस घटना की सूचना दी। मरने वाले अधिकांश यात्री भारतीय नागरिक थे, इसलिए भारतीय दूतावास इस मामले में सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है। दूतावास ने मृतकों और घायलों की पहचान करने में सहयोग देने का आश्वासन दिया है।

तनहुँ सीडीओ जनार्दन गौतम ने बताया कि फिलहाल शेष प्रक्रिया के लिए समय तय नहीं हुआ है। शवों को उनके परिजनों तक पहुंचाने और अन्य औपचारिकताओं के लिए नेपाली और भारतीय अधिकारियों के बीच बातचीत जारी है। स्थानीय प्रशासन और भारतीय दूतावास मिलकर हादसे से जुड़ी सभी औपचारिकताओं को पूरा कर रहे हैं, ताकि मृतकों के शवों को जल्द से जल्द उनके परिजनों तक पहुंचाया जा सके।

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