नई दिल्ली: अगर आप किसी ब्रांड के डुप्लिकेट कपड़े या जूते पहने कर अमरीका के एयरपोर्ट पर पहुंचते हैं, तो आपको दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। यू.एस. कस्टम एंड प्रोटेक्शन (सी.बी.पी.) नियमों के तहत प्यूमा, एडिडास या नाइक जैसे ब्रांड की नकली वस्तुओं को अमरीकी सीमा शुल्क अधिकारी जब्त कर सकते हैं। यही नहीं आप पर केस भी दर्ज हो सकता है।
नकली सामान की तस्करी पर नकेल कसने की मुहिम
दरअसल अमरीका के कस्टम अफसरों ने नकली सामानों की तस्करी का सुपरविजन यानी निगरानी बढ़ा दी है। इसी के तहत हाल के महीनों में अमरीका में उड़ान भरने वाले कई भारतीय छात्रों और यात्रियों से कई महंगी लग्जरी आइटम जब्त कर लिए गए। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अगर लोग नकली सामान के साथ किसी एयरपोर्ट पर पहुंचते हैं तो उनका सामान कूड़ेदान में फेंक दिया जाता है। सी.बी.पी. के नियम तो कहते हैं कि आप किसी भी तरह की नकली वस्तु जैसे एक शर्ट, हैंडबैग, या जूते ले जा सकते हैं बशर्ते वह व्यक्तिगत उपयोग यानी खुद आपके इस्तेमाल के लिए हो, ना कि बेचने या कमर्शियल इस्तेमाल के लिए हों। अधिक संख्या में हर चीज पर अधिकारियों की पैनी नजर रहती है और वे शक के आधार पर पूछताछ के बाद यह फैसला लेते हैं कि इस सामान का करना क्या है।
झारखंड के टीचर का जब्त कर लिया 30 हजार का सामना
झारखंड के जमशेदपुर के एक स्कूल टीचर के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि जब वह अपने बेटे से मिलने के लिए अमरीका पहुंचा तो उसके पास आठ शर्ट, चार पतलून, कुछ मोजे और एक जोड़ी जूते थे। टीचर ने बताया कि पोर्ट पर अधिकारियों ने मेरे बैग की जांच की और मुझसे कई सवाल किए कि मैं कहां से यात्रा कर रहा था, सामान किसके लिए था, क्या मैं उनकी तस्करी कर रहा था? टीचर ने कहा कि मैंने उन्हें समझाने की कोशिश की कि यह सब मेरे बेटे के लिए था, लेकिन अधिकारियों ने मुझे सामान नहीं ले जाने दिया। उन्होंने ‘क्रिमिनल चार्ज’ लगाने की धमकी देते हुए करीब तीस हजार का सामान जब्त कर लिया।
छात्र के कूड़ेदान में फेंक दिए कपड़े और जूते
इसी तरह हैदराबाद के एक 27 वर्षीय छात्र का कहना था कि भारत में लोगों के लिए बड़े ब्रांडों की डुप्लिकेट या कॉपी बेचना और खरीदना बहुत आम है। मुझे नहीं पता था कि उन्हें अपने सामान में ले जाना इतना गंभीर अपराध है। वे ऐसी कोई चेकलिस्ट भी नहीं देते जिससे लोगों को ये पता हो कि क्या ले जा सकते हैं और क्या नहीं। कैलिफोर्निया से बिजनेस मैनेजमेंट और इकोनॉमिक्स में मास्टर की पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट की करीब 10 शर्ट, पैंट और तीन जोड़ी जूते सीमा शुल्क अधिकारियों ने कूड़ेदान में फेंक दिए।
क्या कहते हैं अधिकारी
सी.पी.बी. अधिकारियों का कहना था कि पिछले साल 19,724 शिपमेंट से 23 मिलियन नकली सामान जब्त किए गए इसके बाद से जांच बढ़ा दी गई क्योंकि यह बौद्धिक संपदा अधिकार (आई.पी.आर.) का उल्लंघन है। यदि ये सामान ओरिजिनल होते और उन्हें उचित दामों पर बेचा गया होता तो इनकी कीमत 2.7 अरब डॉलर होती। नकली सामान नैशनल सिक्योरिटी, पब्लिक सेफ्टी और आर्थिक नजरिए से भी नुकसानदायक हैं।