लखनऊ: केंद्रीय चुनाव आयोग ने निर्देश दिए हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर यह ध्यान रखा जाए कि एक ही जिले में तीन साल तक कार्य करने वाले अधिकारी को स्थानांतरित करते हुए दूसरे निकटवर्ती जिले में तैनात न किया जाए, जिससे संबंधित लोकसभा क्षेत्र में उसका दखल हो सके। शनिवार 24 फरवरी को आयोग की तरफ से सभी प्रदेशों और केंद्र शासित राज्यों को इस बाबत एक पत्र जारी किया गया है। इस पत्र में चुनाव आयोग की स्थानांतरिण नीति का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चत किए जाने के आदेश भी दिए गए हैं। आयोग ने आगाह किया है कि लोकसभा चुनाव में बाधा डालने की किसी भी हरकत पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। आयोग की स्थानांतरण नीति के अनुसार ऐसे अधिकारी जो अपने गृह जनपद में तैनात हों या एक ही जिले में कार्य करते हुए उन्हें तीन वर्ष बीत चुके हैं उन्हें हर हाल में स्थानांतरित कर दिया जाए।
मुख्यालय पुलिस महानिदेशक उत्तर-प्रदेश को ट्रांसफर को लेकर जारी आदेश की कापी नीचे दिए गये लिंक पर क्लिक कर के देखे-
महराजगंज जनपद अभी भी जमे हुए है कई पुलिस पदाधिकारी-
निर्वाचन आयोग की सख्ती के बाद पुलिस मुख्यालय सक्रिय हो गये है। लेकिन महराजगंज जनपद में निर्वाचन आयोग के आदेश का असर होता नहीं दिखाई पड़ रहा है. सूत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद में कई पुलिस पदाधिकारी जो 2015 बैच के है और उनकी पहली पोस्टिंग भी इसी जनपद में हुई थी वह आज भी महराजगंज जनपद के थाना बरगदवा, थाना परसामालिक, थाना शीतलपुर, थाना ठुठीबारी, थाना कोल्हुई व अन्य थानों में अभी भी जमे हुए है.