दिग्विजय सिंह ने चुनाव आयोग पर उठाए सवाल, SLU गायब करने का आरोप

 

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और एमपी की राजगढ़ लोकसभा सीट से उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका भी दायर की है. कांग्रेस का आरोप है कि राजगढ़ की SLU यानी सिंबल लोडिंग यूनिट स्ट्रांग रूम से गायब करा दी गई हैं, जबकि इन्हें कलक्टर के पास होना चाहिए था.

गुरुवार को कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि न्यायालय का स्पष्ट आदेश है कि एसएलयू को 45 दिन तक स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखा जाना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. उन्होंने मध्य प्रदेश निर्वाचन आयोग पर भाजपा के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया. खासतौर से राजगढ़ सीट को लेकर कांग्रेस ने आपत्ति जताई और ये दावा किया कि यहां के चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश हो रही है.

कौन लेकर गया एसएलयू?

कांग्रेस ने दावा किया कि राजगढ़ के स्ट्रांग रूम से एसएलयू गायब है, इसका पता तब चला जब प्रत्याशी दिग्विजय सिंह स्ट्रांग रूम का विजिट करने गए. तब कांग्रेस ने दावा किया कि राजगढ़ के स्ट्रांग रूम से एसएलयू गायब है, इसका पता तब चला जब प्रत्याशी दिग्विजय सिंह स्ट्रांग रूम का विजिट करने गएकांग्रेस ने दावा किया कि राजगढ़ के स्ट्रांग रूम से एसएलयू गायब है, इसका पता तब चला जब प्रत्याशी दिग्विजय सिंह स्ट्रांग रूम का विजिट करने गएउन्होंने देखा कि एसएलयू स्ट्रांग रूम से गायब है. कांग्रेस का दावा है कि यह एसएलयू को निर्वाचन आयोग के अधिकारी नहीं बल्कि कोई और लेकर गया है.

दिग्विजय सिंह ने किया ये दावा

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 23 अप्रैल को कहा था कि सिंबल लोडिंग यूनिट कलक्टर के पास स्टोर करनी चाहिए, लेकिन चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के विपरीत काम किया है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमारी चुनाव आयोग से सिंबल लोडिंग यूनिट को लेकर ही शिकायत रही है. उन्होंने कहा कि गुना में ठीक काम हुआ है, लेकिन यहां राजगढ़ में गड़बड़ी की गई है.

स्ट्रांग रूम में जाना मेरा हक

दिग्विजय सिंह से जब ये सवाल पूछा गया कि आप बराबर स्ट्रांग रूम में जा रहे हैं, क्या आपको प्रशासन पर भरोसा नहीं है. इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि स्ट्रांग रूम में जाना मेरा हक है. मतदान के दौरान बीजेपी कार्यकर्ता द्वारा प्रचार करने पर उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ है तो कार्रवाई की जानी चाहिए.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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