नीतीश कुमार की नई सरकार के फ्लोर टेस्ट के पहले हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (हम) के मुखिया जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने आखिरकार पदभार ग्रहण कर लिया है. नीतीश सरकार के लिए ये राहत की बात है, क्योंकि सिर्फ एक मंत्रालय मिलने पर मांझी नाराज बताए जा रहे थे. नीतीश मंत्रिमंडल में मांझी दो सीट की मांग करते हुए कह चुके हैं कि एक रोटी से पेट नहीं भरता है. संतोष सुमन ने अबतक अपने विभाग में पदभार भी ग्रहण नहीं किया था.
उन्होंने आगे कहा था कि हमेशा मैं एक ही विभाग देखता रहूं ये अच्छा नहीं लगता है….हमारे मन में आती है कि जान बूझ कर हमारे समाज को नजरअंदाज किया जा रहा है. ये कोई रंजिश नहीं है. इसके कारण समर्थन देने और लेने का कोई फर्क नहीं आता है. हालांकि मांझी ने ये भी कहा कि हम नीतीश कुमार और एनडीए के साथ हैं और रहेंगे. 12 फरवरी को जो फ्लोर टेस्ट होगा उसमें डट कर हम एनडीए का साथ देंगे.
मांझी के पास भी था यही मंत्रालय
28 जनवरी को बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई सरकार बनी. उन्होंने एनडीए में वापसी की और 9वीं बार सीएम पद की शपथ ली. बीजेपी की ओर से सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा डिप्टी सीएम बने. 5 अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली थी. हम के 4 विधायक हैं और संतोष सुमन को मंत्री बनाया गया. उन्होंने सूचना प्रविधिकी, एससी-एसटी कल्याभा विभाग दिया गया. संतोष सुमन जब महागठबंधन की सरकार में मंत्री थे तब भी उन्हें एससी-एसटी कल्याण विभाग दिया गया था. इसके अलावा खुद जीतनराम मांझी जब बिहार सरकार में मंत्री थे, तब भी उनके पास यही मंत्रालय था.