दिल्ली, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में सर्दियों की दस्तक, घना कोहरा, तापमान में गिरावट

दिल्ली, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में सर्दियों की दस्तक, घना कोहरा, तापमान में गिरावट

नई दिल्ली: जैसे ही नवंबर का महीना आया, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित उत्तर-पश्चिम भारत के कई इलाकों में ठंडी हवाओं और घने कोहरे के संकेत मिलने लगे। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बुधवार को क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में सर्दियों के आगमन की घोषणा की और साथ ही कोहरे और प्रदूषण को लेकर विशेष अलर्ट जारी किया। मौसम के अचानक बदलने से दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में दृश्यता में भारी कमी देखी गई, जिससे यातायात प्रभावित हुआ और वायु गुणवत्ता की स्थिति भी गंभीर हो गई।

दिल्ली में घना कोहरा, हवाई यातायात प्रभावित-

दिल्ली में बुधवार सुबह घने कोहरे की चादर छा गई, जिससे दृश्यता में भारी कमी आई। खासकर सुबह 8 बजे के आसपास, इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दृश्यता शून्य के करीब पहुँच गई, जिसके परिणामस्वरूप उड़ानें प्रभावित हुईं और यात्रियों को देरी का सामना करना पड़ा। इसके अलावा, सड़कों पर भी दृश्यता कम होने के कारण सड़क यातायात धीमा हो गया। मौसम विभाग के अनुसार, इस प्रकार के कोहरे के कारण आने वाले दिनों में स्मॉग की स्थिति भी बन सकती है, जिससे वायु गुणवत्ता में और गिरावट हो सकती है।

राजस्थान, पंजाब, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भी कोहरा-

दिल्ली के साथ-साथ राजस्थान, पंजाब, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भी बुधवार को घना कोहरा था। अमृतसर, बरेली और सूरतगढ़ जैसे इलाकों में दृश्यता शून्य हो गई। इन क्षेत्रों में सुबह और रात के समय तापमान में गिरावट आई, जिससे कोहरे की स्थिति और भी गहरी हो गई। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले दिनों में इन क्षेत्रों में कोहरे की स्थिति और गंभीर हो सकती है, खासकर रात और सुबह के समय।

तापमान में गिरावट-

मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने बताया कि उत्तर-पश्चिम भारत में तापमान में धीरे-धीरे गिरावट आ रही है। दिन में तापमान 30-33 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है, लेकिन रात के समय यह 14-18 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। हालांकि, यह तापमान सामान्य से 2-4 डिग्री अधिक है, और आर्द्रता का स्तर भी अधिक है, जिससे ठंड का असर और बढ़ रहा है। जेनामणि ने कहा कि अगले कुछ दिनों में इन क्षेत्रों में रात और सुबह के समय घना कोहरा बने रहने की संभावना है, और दिन के समय में भी तापमान में मामूली गिरावट हो सकती है।

वायु गुणवत्ता का स्तर “बहुत खराब”-

दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में वायु गुणवत्ता में भारी गिरावट आई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 334 के आसपास था, जो “बहुत खराब” श्रेणी में आता है। बुधवार को यह और बढ़कर 387 तक पहुँच गया, जो स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरे का संकेत है। पीएम 10 और पीएम 2.5 जैसे जहरीले कणों की सांद्रता भी बहुत अधिक बढ़ गई है, जो श्वसन तंत्र के लिए हानिकारक हो सकते हैं। दिल्ली में सर्दियों में हर साल प्रदूषण की समस्या बढ़ जाती है, जो मुख्य रूप से पराली जलाने, वाहनों से होने वाले उत्सर्जन और निर्माण कार्यों से उत्पन्न धूल के कारण होती है। इस बार हालांकि, कुछ राहत की बात यह है कि पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है। 2023 में पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं की संख्या 24,717 से घटकर 7,112 तक पहुँच गई है।

घने कोहरे और प्रदूषण का मिश्रण-

दिल्ली और आसपास के इलाकों में जब कोहरा और प्रदूषण का मिश्रण होता है, तो उसे स्मॉग कहा जाता है, जो वायुमंडल में फैल जाता है और दृश्यता को और घटित करता है। विशेषकर नवंबर के महीने में, जब तापमान में गिरावट आती है और हवा की गति कम हो जाती है, प्रदूषक कण स्थिर हो जाते हैं और वातावरण में फैलने लगते हैं। इस प्रकार की स्थिति में, वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) “बहुत खराब” श्रेणी में पहुंच सकता है, जिससे सांस लेने में तकलीफ और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

बच्चों और बुजुर्गों को रखें घर के अंदर-

इस दौरान, विशेषज्ञों का सुझाव है कि प्रदूषण से बचने के लिए मास्क का प्रयोग करें, विशेषकर बच्चों, बुजुर्गों और श्वसन समस्याओं वाले लोगों को घर के अंदर रखने की सलाह दी जा रही है। दिल्ली में वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण अस्पतालों में सांस संबंधी समस्याओं के मामले बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस समय बाहरी गतिविधियों को सीमित करना और घर के अंदर रहने की कोशिश करना सबसे बेहतर उपाय है। जिन लोगों को बाहर जाना जरूरी हो, उन्हें उच्च गुणवत्ता वाले मास्क पहनने और वाहन की खिड़कियाँ बंद रखने की सलाह दी जा रही है। 

आगे का पूर्वानुमान-

मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक उत्तर-पश्चिम भारत में तापमान और प्रदूषण में बढ़ोतरी की संभावना है। घना कोहरा और ठंड के कारण स्मॉग की स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। मौसम में यह बदलाव दिखाता है कि सर्दियों का मौसम पूरी तरह से दस्तक दे चुका है और आने वाले सप्ताहों में इसकी तीव्रता और बढ़ सकती है। दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में सर्दी के आगमन के साथ घना कोहरा और वायु प्रदूषण ने जीवन को प्रभावित किया है। हालांकि, पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है, लेकिन प्रदूषण के स्तर में गिरावट नहीं आई है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में वायु गुणवत्ता को लेकर गंभीर स्थिति की चेतावनी दी है। इस समय सतर्कता बनाए रखना, बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग करना और बच्चों व बुजुर्गों को घर के अंदर रखना बेहद महत्वपूर्ण है।

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