UPPSC में भी होगा One Time Registration, बार-बार अप्लाई करने का झंझट खत्म

उत्तर प्रदेश में पढ़ाई लिखाई की व्यवस्था में योगी सरकार तमाम सुधार करने में जुटी है. इसी क्रम में सरकार ने मंगलवार को बेसिक, माध्यमिक, उच्च और तकनीकी कॉलेजों में शिक्षकों की भर्ती एक ही आयोग से कराने का फैसला लिया गया. सीएम योगी ने इस आयोग के गठन को लेकर आदेश भी जारी कर दिया है. इसके पूर्व बीते साल नवंबर में योगी सरकार ने UP School Education में बड़ा बदलाव करते हुए बेसिक और माध्यमिक शिक्षा दोनों शिक्षा विभाग को मिलाकर एक डीजी स्कूली शिक्षा रखने का निर्णय लिया था. सरकार का मत है, उसके इन फैसलों से राज्य में पढ़ाई लिखाई की व्यवस्था में सुधार दिखेगा.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में शैक्षिक संस्थानों में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया की समीक्षा करते हुए मंगलवार को एकीकृत आयोग के रूप में ‘उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग’ के गठन का फैसला करते हुए आयोग के गठन को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए हैं. इस आयोग के जरिये ही अब यूपी में बेसिक, माध्यमिक, उच्च और तकनीकी कॉलेजों में शिक्षकों का चयन होगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुसार यह नया आयोग ही अब यूपी में टीईटी की परीक्षा कराएगा.

सीएम योगी ने की आयोग की तारीफ

मुख्यमंत्री का दावा है कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में आज से One Time Registration की व्यवस्था शुरू हो रही है. ओटीआर व्यवस्था से अभ्यर्थियों को बड़ी सुविधा होगी. और आयोग की वेबसाइट के माध्यम से अब आयोग द्वारा आयोजित विभिन्न चयन परीक्षाओं के लिए अभ्यर्थी को बार-बार अपना व्यक्तिगत विवरण नहीं देना होगा. आवेदक को अपना फोटो एवं हस्ताक्षर केवल एक बार अपलोड करना होगा. और इस नई व्यवस्था के तहत ओटीआर में दर्ज समस्त सूचनाएं डिजिटल रूप में कभी भी कहीं से उपलब्ध होगी.

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सरकारी नौकरी की भिन्न-भिन्न अधिसूचनाओं के सापेक्ष आवेदन प्रक्रिया में ओटीआर में दर्ज सूचनाएं स्व प्रदर्शित होगी. ओटीआर (व्यक्तिगत विवरण, फोटो एवं हस्ताक्षर आदि) में दर्ज समस्त सूचनाएं जारी करता संस्थानों से डिजिटली सत्यापित होगी. इससे निश्चित ही अभ्यर्थियों को सहूलियत मिलेगी. मुख्यमंत्री ने मंगलवार को आयोग की खूब तारीफ़ की. उनका कहना है कि विगत साढ़े पांच वर्ष में राज्य सरकार ने एक निष्पक्ष और पारदर्शी व्यवस्था के माध्यम से चयन प्रक्रिया की शुचिता सुनिश्चित करते हुए साढ़े पांच लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान की है. इस महत्वपूर्ण कार्य में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की बड़ी भूमिका रही है.

लंबे इंतजार के बाद तैयार हुई वेबसाइट

लगभग एक दशक से अधिक समय के अंतराल पर उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन ने अब अपनी नूतन वेबसाइट भी तैयार की है. इस वेबसाइट पर भर्ती से संबंधित समस्त अद्यतन सूचनाओं का समावेश करने का प्रयास किया गया है, ताकि समस्त अभ्यर्थियों को एक ही पोर्टल पर आवेदन, परीक्षा, परीक्षा परिणाम, साक्षात्कार, चयन, कट ऑफ मार्क्स एवं आयोग से सम्बन्धित समस्त सूचनाएं प्राप्त हो सके.

मुख्यमंत्री के अनुसार इसका शुभ परिणाम अभ्यर्थियों के लिये हितकर होगा. साथ ही साथ आयोग के कार्य निष्पादन से सम्बन्धित सारी अद्यतन सूचनाएं यथा अधियाचन/विज्ञापन/ भर्ती/प्रोन्नति/अनुशासनिक प्रकरण भी इस नयी वेबसाइट में एक ही जगह उपलब्ध होंगी. इससे शासन और आयोग में बेहतर समन्वय और गुणधर्मिता के साथ समयबद्धता का अनुपालन कर कार्य प्रभावी तरीके से सम्पन्न हो सकेगा.

सीएम योगी का निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा चयन आयोगों को रिक्तियों के सम्बंध में भेजे जाने वाले अधियाचन को ऑनलाइन सेवा से जोड़ा जाए. ई-अधियाचन से नियुक्तियों की प्रक्रिया और सरल होगी. इसके साथ ही अभ्यर्थियों को बताया जाना चाहिए कि ओटीआर किसी परीक्षा के लिए आवेदन नहीं है, बल्कि यह केवल आवेदकों की सूचना का संग्रह है, जिसके माध्यम से आवेदक को अपनी प्रोफाइल बनाये रखने की सुविधा के लिए अलग डैशबोर्ड प्रदान किया जा रहा है. नई व्यवस्था के संबंध में प्रतियोगी युवाओं को जागरूक किया जाना चाहिए.

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स्कूलों की कमियों को दूर किया जाएगा

यूपी की स्कूली शिक्षा में कई खामियां सामने आई हैं. इसको दूर करने के लिए के तहत ही पहले सरकार ने बेसिक और माध्यमिक शिक्षा दोनों शिक्षा विभाग को मिलाकर एक डीजी स्कूली शिक्षा रखने का फैसला किया था. इसके बाद बेसिक, माध्यमिक, उच्च और तकनीकी कॉलेजों में शिक्षकों की भर्ती एक ही आयोग से कराने का फैसला लिया गया है. सरकार का मत है कि उसके इस फैसलों से पढ़ाई लिखाई की व्यवस्था में बड़ा सकारात्मक बदलाव दिखेगा.

प्रदेश में कुल करीब 1,14,211 स्कूल हैं. यहां पर पढ़ाई करने वाले छात्रों की संख्या करीब 1.20 करोड़ है. वर्ष 2019 की रिपोर्ट के मुताबिक शिक्षकों के कुल पद 4.17 लाख हैं. करीब 2.74 लाख शिक्षकों की प्रदेश में नियुक्ति हुई है. वहीं, 1.43 लाख खाली पद हैं. ग्रामीण इलाकों में 1.31 लाख शिक्षकों की कमी देखी गई है. शहरी इलाकों में 13 हजार के करीब शिक्षकों के पद खाली हैं. शिक्षकों के खाली पद ने सरकार के स्तर पर बड़ी परेशानी खड़ी की है. 40 से 45 हजार शिक्षकों के पदों को भरने की तैयारी की जा रही है. सरकार के फैसलों से शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने में तेजी आएगी.

 

 

 

 

 

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