विनायक राउत ने कहा कि नारायण राणे के निजी सचिव ने लोगों का काम कराने के बहाने कई लोगों को चूना लगाया था। जब यह बात नरेंद्र मोदी के कानों तक पहुंची तब उन्होंने नारायण राणे को फटकारा।संसद में गलत जवाब देने का भी आरोप लगाया
विनायक राउत ने नारायण देने पर हमला बोलते हुए कहा कि हाल में बीते लोकसभा के अधिवशेन सत्र में केरल के एक सांसद ने सदन में नारायण राणे से एक सवाल पूछा था। इसको लेकर नारायण राणे का सदन में जमकर मजाक भी बना था। दरअसल केरल के सांसद ने अंग्रेजी में सवाल पूछा था। उस वक्त नारायण राणे ने कान में हेडफोन लगाया हुआ था। जिसमें उस अंग्रेजी सवाल का हिंदी में अनुवाद किया गया था लेकिन नारायण राणे को वह सवाल समझ में ही नहीं आया।
विनायक राउत ने कहा कि नारायण राणे को पहले से ही मालवणी और मराठी ठीक से बोलनी नहीं आती है। वो तो फडणवीस शब्द का भी ठीक से उच्चारण नहीं कर पाते हैं, हिंदी बोलना तो दूर की बात है। इसलिए उस समय उन्हें सवाल समझ मे नहीं आया और वो केरल की जगह तमिलनाडु के बारे में बोलते रहे। इस वजह से उनकी काफी फजीहत हुई। उसके बाद से नारायण राणे कभी लोकसभा की सीढियां नहीं चढ़े। यह दावा विनायक राउत ने किया है।