National Aeronautics and Space Administration (NASA) का मंगल पर अभियान जारी है और एजेंसी लगातार इस ग्रह के बारे में जानकारियां इकट्ठा करने में लगी है। जिसमें एक लक्ष्य इस लाल ग्रह पर पानी की तलाश करना भी है। क्योंकि जहां पानी हो सकता है, वहां जीवन भी हो सकता है। इनका क्यूरियोसिटी रोवर लगातार मंगल की स्तह पर भ्रमण कर रहा है और कोशिश कर रहा है कि कोई ऐसा संकेत मिले जिससे कि इस ग्रह पर भूतकाल में रहे जीवन या भविष्य में हो सकने वाले जीवन की संभावनाओं का रास्ता मिले। इस दिशा में रोवर को एक बेहद अहम जगह मंगल पर मिली है जिसे देखकर लगता है कि यहां कभी पानी का कोई स्रोत रहा होगा।
NASA ने मंगल की ताजा तस्वीरें शेयर की हैं जिन्हें देखकर लग रहा है कि यहां पर कभी पानी की कोई झील रही होगी। यानि कि मंगल पर पानी रहा होगा। क्यूरियोसिटी रोवर को इस बात के नए साक्ष्य मिले हैं। एजेंसी ने संभावना जताई है कि यह किसी प्राचीन कालीन झील के निशान हो सकते हैं। ये निशान मंगल के एक खास क्षेत्र में मिले हैं जिसे Sulfate Bearing Unit के नाम से जाना जाता है। यहां के बारे में इससे पहले शोधकर्ता ये मानकर चल रहे थे कि जो चट्टानें यहां बनी हैं वे सिकुड़ रही हैं। क्योंकि इन पर लहरों की आकृति वाले निशान पाए गए थे। लेकिन अब वैज्ञानिकों का कहना है कि यह पानी के किसी प्राचीन स्रोत की निशानी हैं।
Hanging out on the lakeshore with waves rippling around me… 🏖️
Wait, that was billions of years ago? 😭Jokes aside, I spotted some major surprises in this region recently: ripples that formed within ancient lakes! Check out the full-res image here: https://t.co/gqfhAQ5Qwx pic.twitter.com/L9uml0jivL
— Curiosity Rover (@MarsCuriosity) February 8, 2023
California में NASA Jet Propulsion Laboratory के वैज्ञानिक अश्विन वसादावा, जो क्यूरियोसिटी प्रोजेक्ट से जुड़े हैं, ने एक बयान में कहा कि मिशन के दौरान अब तक यह पानी और लहरों का सबसे उम्दा साक्ष्य दिखाई पड़ा है। उन्होंने कहा कि वे इस झील में कई फीट चढ़े हैं लेकिन अब तक ऐसा साक्ष्य नहीं मिला था।
NASA का कहना है कि करोड़ों साल पहले इस उथली झील की लहरों ने इसकी तलहटी में इन निशानों को बनाया होगा जो कि समय के साथ चट्टानों पर पीछे छूट गए होंगे। यहां माउंट शार्प नामक चट्टान के नीचे ये निशान पाए गए हैं। क्यूरियोसिटी रोवर ने यहां के कुछ सैम्पल इकट्ठा करने की कोशिश भी की लेकिन, एजेंसी के मुताबिक, रोवर में लगी ड्रिल के लिए इन चट्टानों को तोड़ पाना बहुत मुश्किल काम था। इसलिए वह इन्हें इकट्ठा नहीं कर सका।
नासा का मंगल मिशन जारी है और अंतरिक्ष एजेंसी लगातार मंगल पर जीवन के साक्ष्य तलाशने में जुटी है। हाल ही में एक वैज्ञानिक ने संकेत दिए थे कि कभी मंगल पर सागर भी रहा होगा। पृथ्वी के अलावा किसी अन्य ग्रह पर जीवन की खोज मानव आकांक्षाओं में वर्तमान में सर्वोपरि है। इसी अभियान के तहत नासा आए दिन मंगल की सतह पर पाई जाने वाली चट्टानों या अन्य वस्तुओं के बारे में अपडेट देती रहती है। अब मंगल पर किसी प्राचीन झील के होने के सबूत मिलना आगे इस खोज को नई दिशा दे सकता है। हो सकता है कि मंगल पर जीवन होने के और भी निशान मिल सकें।