चन्द्रभान राज की रिपोर्ट-
महराजगंज: डीएम सत्येन्द्र कुमार की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने इस साल में 111 नवजात बच्चों की मृत्यु को बेहद गंभीर मुद्दा मानते हुए मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में 3 सदस्य समिति का गठन करते हुए शिशुओं की मौत की समीक्षा का निर्देश दिया।
समिति में 2 अन्य सदस्य सीएमएस व अतिरिक्त उपजिलाधिकारी सत्यप्रकाश मिश्रा होंगे। वित्तीय वर्ष 2022-23 की समाप्ति तक मानक के अनुसार निर्धारित संख्या में एल-1 व एल-2 सेंटर को संचालित करने का निर्देश दिया।
बायोमेट्रिक अटेंडेंस को शुरू कराने का निर्देश दिया
उन्होंने इसके लिए जहां आवश्यक है वहां पर डॉक्टर व स्टाफ को तैनात करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी महोदय ने एल-1 सेंटर के रूप में संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डाइट की व्यवस्था उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
ट्रेनिंग और आईसी मदों का इस्तेमाल करते हुए प्रशिक्षण सुविधाओं व स्वास्थ्य योजनाओं के प्रचार-प्रसार का निर्देश दिया। डीएम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बहादुरी पर विजन सेंटर के स्थापना हेतु धन आवंटित करने और ऑडियो मेट्रिशियन की नियुक्ति हेतु शासन को पत्र भेजने का निर्देश सीएमओ को दिया। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्रों पर बायोमेट्रिक अटेंडेंस को शुरू कराने का निर्देश दिया।
डाइट की उपलब्धता सुनिश्चित करें
डीएम ने मातृत्व व शिशु मृत्यु रिपोर्ट में प्रदर्शन पर असंतोष व्यक्त करते हुए उसको सुधारने का निर्देश दिया। जिला अस्पतालों व एफआरयू केंद्रों पर सुरक्षा गार्डों को शीघ्र तैनात करने का निर्देश दिया।
उन्होंने संस्थागत प्रसव के संदर्भ में पोर्टल पर सही फीडिंग न होने पर इस महीने फीडिंग को सही करवाने हेतु एसीएमओ डॉ. राकेश कुमार को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि जिन स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वयं सहायता समूहों को डाइट उपलब्ध कराने हेतु अनुबंधित किया गया है। संबंधित एमओआईसी खंड विकास अधिकारी से समन्वय कर डाइट की उपलब्धता सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी द्वारा सम्मानित किया गया
बैठक के अंत में बेहतर क़्वालिटी कंट्रोल हेतु एनक्यूएएस सर्टिफिकेट प्राप्त करने हेतु नोडल प्रभारी एसीएमओ डॉ. राजेन्द्र प्रसाद सहित फरेंदा सामुदायिक स्वास्थ्य की पूरी टीम को सम्मानित किया गया।
फरेंदा सीएचसी के लेबर रूम को लक्ष्य सर्टिफिकेशन प्रोग्राम के तहत उत्तर प्रदेश में सबसे उत्कृष्ट लेबर रूम के लिए चयनित होने पर भी पूरी टीम को जिलाधिकारी द्वारा सम्मानित किया गया।