नॉर्थ कोरिया की एंट्री से बदल गई रूस-यूक्रेन युद्ध की तस्वीर, तेजी से यूक्रेनी इलाकों पर हो रहा कब्जा

नॉर्थ कोरिया की एंट्री से बदल गई रूस-यूक्रेन युद्ध की तस्वीर, तेजी से यूक्रेनी इलाकों पर हो रहा कब्जा

रूस-यूक्रेन युद्ध की तस्वीर अब बदलने लगी है, रूसी सेना ने मंगलवार को पूर्वी यूक्रेन के 2 इलाकों पर कब्जे का दावा किया है. ओपन-सोर्स डेटा से संकेत मिलता है कि रूसी सेना कम से कम एक साल में सबसे तेज गति से आगे बढ़ रही है. माना जा रहा है कि रूसी सेना के अभियान में आई तेजी युद्ध में नॉर्थ कोरिया के सैनिकों के शामिल होने से आई है.

रूसी मीडिया समूह एजेंट्सवो ने यूक्रेनी ओपन सोर्स मैप का विश्लेषण कर जानकारी दी है कि रूस ने 20-27 अक्टूबर के बीच एक सप्ताह में ही यूक्रेनी क्षेत्र के 196.1 वर्ग किलोमीटर पर कब्जा कर लिया, जो शायद इस जंग की शुरुआत से सबसे तेज गति की प्रगति है.

सबसे घातक चरण में पहुंचा युद्ध

रूस के एक्सपर्ट्स का मानना है कि रूस-यूक्रेन के बीच 32 महीनों से जारी जंग अब अपने सबसे ज्यादा खतरनाक चरण में पहुंच रही है, मॉस्को की सेना तेजी से आगे बढ़ रही है और उनकी मदद के लिए नॉर्थ कोरिया सैनिक भेज रहा है तो वहीं यूक्रेन के सहयोगी जंग को खत्म करने पर जोर दे रहे हैं.

यूक्रेन के 2 इलाकों पर रूस का कब्जा

रूस का कहना है कि उसकी सेना ने सेलिदोव टाउन पर नियंत्रण हासिल कर लिया है, युद्ध से पहले इस शहर की आबादी करीब 20 हजार थी, वहीं रूसी सेना ने बीते एक हफ्ते से सेलिदोव पर हमले तेज़ कर दिए थे. वहीं रूस के रक्षा मंत्री एंद्रेई बेलुसोव ने रूस की 114वीं मोटेराइज्ड राइफल ब्रिगेड को हिरनैक क्षेत्र पर कब्जे के लिए बधाई दी है. युद्ध से पहले इसकी आबादी 10 हजार थी और यह सेलिदोव से 12 किलोमीटर दूर है.

पोकरोस्क फ्रंट पर आगे बढ़ रहा रूस

हालांकि यूक्रेनी सेना ने रूस के इस दावे पर कोई टिप्पणी नहीं की है लेकिन यूक्रेन के डीप-स्टेट ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस मैप सेलिदोव को रूस के नियंत्रण में दिखा रहा है. वहीं यूक्रेन की सेना ने बताया है कि पोकरोस्क फ्रंट पर बीते 24 घंटे में 31 झड़पें हुईं हैं. वहीं युद्ध समर्थक रूसी ब्लॉगर्स का कहना है कि मॉस्को की सेना ने दक्षिणी डोनबास समेत कई प्रमुख स्थलों पर यूक्रेनी डिफेंस सिस्टम को भेद दिया है, रूसी सेना कुराखोव शहर को घेरने के लिए आगे बढ़ रही है साथ ही पोकरोस्क पर भी हमले की तैयारी है.

एक हफ्ते में 196.1 वर्ग किलोमीटर पर कब्जा

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने फरवरी 2022 में रूसी सेना को यूक्रेन पर आक्रमण का आदेश दिया था. ओपन-सोर्स डाटा के मुताबिक मार्च 2022 के बाद सितंबर में रूसी सेना यूक्रेनी इलाकों में कब्जे के लिए सबसे तेजी से आगे बढ़ी है. जबकि अगस्त के पहले हफ्ते में ही यूक्रेन ने रूस के कुर्स्क इलाके पर हमला कर कुछ हिस्सों पर कब्जा कर लिया था. वहीं 20 से 27 अक्टूबर के बीच रूसी सेना ने यूक्रेन में जारी अपने अभियान में और तेजी दिखाई है. रूसी सेना इस एक हफ्ते में यूक्रेन के 196.1 स्क्वायर किलोमीटर क्षेत्र पर नियंत्रण हासिल करने में कामयाब रही है.

कीव को कुर्स्क में सैनिक भेजना पड़ा भारी!

रूसी मीडिया समूह एजेंट्सवो जिसे रूस विदेशी एजेंट मानता है, उसने अपने टेलीग्राम चैनल पर बताया है कि, ‘रूसी सेना ने इस एक हफ्ते में जो तेजी दिखाई है, वह इस साल की शुरुआत से सबसे ज्यादा है.’ एजेंट्सवो का कहना है कि उसने यूक्रेन के डीप स्टेट डाटा का विश्लेषण कर यह निष्कर्ष निकाला है. साथ ही इसका कहना है कि रूस के कुर्स्क क्षेत्र में सैनिक भेजने के कीव के फैसले से डोनबास में यूक्रेनी डिफेंस कमज़ोर हुआ है.

रूस को नॉर्थ कोरिया से मिल रही बड़ी मदद!

अमेरिका, यूक्रेन और दक्षिण कोरिया ने आरोप लगाया है कि नॉर्थ कोरिया जंग में रूस की मदद कर रहा है. यूक्रेन और उसके सहयोगियों के मुताबिक नॉर्थ कोरिया ने रूस को न केवल हथियार दिए हैं बल्कि अपने हजारों सैनिक भेजे हैं. हाल ही में अमेरिकी रक्षा विभाग ने दावा किया है कि नॉर्थ कोरिया ने यूक्रेन के खिलाफ जंग लड़ने के लिए 10 हजार सैनिक रूस भेजे हैं. वहीं NATO ने दावा किया है कि नॉर्थ कोरिया के सैनिक पहले से ही कुर्स्क क्षेत्र में तैनात किए जा चुके हैं.

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