सुपर पावर अमेरिका में हरिकेन मिल्टन कहर बरपा रहा है. इस तूफान की वजह से अमेरिका के कई इलाकों में तबाही मची है. इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकता हैं कि 3 घंटे में 16 इंच बारिश हुई है, जबकि अमेरिका में इतनी बारिश 3 महीने तक होती है. तूफान के कारण फ्लोरिडा में सबसे ज्यादा नुकसान देखने को मिल रहा है. इस तूफान से 4 लोगों की मौत भी हुई है.
मिल्टन तूफान की वजह से फ्लोरिडा के कई शहरों में 193 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं. फ्लोरिडा में लगभग 10 लाख लोगों के घरों में बिजली नहीं है. 20 लाख लोगों पर बाढ़ का खतरा है. हालात इतने खराब हैं कि कुछ इलाकों में लोगों की सुरक्षा के लिए तैनात किए गए पुलिस कर्मियों को भी सुरक्षित जगह पर लौटने के आदेश दे दिए गए हैं.
फ्लोरिडा में बिजली गुल
तूफान की वजह से फ्लोरिडा के एक बड़े हिस्से में बिजली गुल हो गई, जिससे 32 लाख से अधिक घरों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई. फ्लोरिडा के अटलांटिक तट पर फोर्ट पियर्स के पास एक क्लब को भारी नुकसान पहुंचा है. यहां कुछ मकान नष्ट हुए हैं. सेंट लूसी काउंटी शेरिफ कार्यालय ने बताया कि वहां आए तूफान में चार लोगों की मौत हो गई है.
दक्षिण की ओर बढ़ा तूफान
तूफान मिल्टन बृहस्पतिवार को अमेरिका के फ्लोरिडा में तबाही मचाने के बाद अटलांटिक महासागर में प्रवेश कर गया. दक्षिण की ओर बढ़ा यह तूफान अब टैम्पा से लगभग 112 किलोमीटर दक्षिण स्थित सिएस्टा तट पर टकरा जा चुका है. हालांकि तूफान ने यहां ज्यादा नुकसान नहीं किया. यहां के गवर्नर रॉन डेसेंटिस ने कहा कि यह सबसे बुरी स्थिति नहीं है.
भारी बारिश दर्ज
गर्वनर के मुताबिक प्रलयकारी तूफान की आशंका थी, लेकिन तूफान कुछ हल्का पड़ गया है, हालांकि घनघोर बारिश की वजह से आपात स्थिति जरूर बन रही है. टैंपा गर्वनर के अनुसार तूफान की वजह से कुछ हिस्सों में 18 इंच (45 सेंटीमीटर) बारिश दर्ज की गई. हालांकि अधिकारियों का कहना है कि खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है. जॉर्जिया के उत्तर में तूफानी लहरों की चेतावनी जारी की गई है.