लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को समाजवादी पार्टी (सपा) की पूर्ववर्ती सरकार पर कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया कि उसकी कथित ‘एक जिला, एक माफिया’ नीति के कारण राज्य में अराजकता को बढ़ावा मिला, जिसे अब भाजपा की मौजूदा सरकार ने ‘एक जिला, एक उत्पाद’ (ओडीओपी) पहल से बदल दिया है।
मुख्यमंत्री ने सहारनपुर में युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही। इस कार्यक्रम में 365 उद्यमियों को ऋण वितरित किए गए। योगी आदित्यनाथ ने कहा, “पूर्ववर्ती सरकार में पहले हर जिले में एक माफिया होता था। हमने इसे ‘एक जिला, एक उत्पाद’ से बदल दिया है ताकि कारीगरों और स्थानीय उत्पादों को वैश्विक पहचान मिले और रोजगार पैदा हो।”
पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा के प्रमुख अखिलेश यादव का नाम लिए बिना आदित्यनाथ ने कहा, “अगर किसी राज्य का नेता दोपहर में उठता है, दो बजे तक तैयार हो जाता है और फिर अपने दोस्तों के साथ पिकनिक पर चला जाता है तो वह कब काम करेगा? जनता परेशान रही, जबकि उसके साथी राज्य को लूटते रहे।’’
आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार में संपर्क सुविधा बढ़ाने पर ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सहारनपुर से दिल्ली तक की यात्रा का समय घटाकर सिर्फ एक घंटा 45 मिनट करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने ‘ओडीओपी’ योजना के प्रभाव का उल्लेख करते हुए कहा कि सहारनपुर का प्रसिद्ध लकड़ी की नक्काशी उद्योग अब दुनियाभर में 1,000 करोड़ रुपये का सामान निर्यात करता है।
कारीगरों की उपेक्षा के लिए पूर्ववर्ती सरकारों की आलोचना करते हुए योगी ने कहा, “ये कारीगर पहले से ही राज्य में थे, लेकिन पुरानी सरकारें उन्हें वोट बैंक बनाने में व्यस्त थीं। उन्होंने कारीगरों को बेहतर डिजाइन, तकनीक, पैकेजिंग या निर्यात सुविधाएं प्रदान करने की कभी परवाह नहीं की।”
योगी ने रोजगार सृजन में मौजूदा सरकार के प्रयासों का भी उल्लेख किया और बताया कि होली के दौरान, राज्य सरकार ने पुलिस बल में 60,244 युवाओं के चयनित होने की घोषणा की, जिनमें सहारनपुर के युवा भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से पुलिस की 12,000 से ज्यादा नौकरियां महिलाओं को मिली हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश पुलिस बल में 1947 से 2017 तक केवल 10,000 महिलाएं थीं। सिर्फ एक भर्ती अभियान में हमने 12,000 से ज्यादा बेटियों को पुलिस बल में जोड़ा है।’’ उन्होंने कहा कि उनके प्रशासन ने अब तक सात लाख से जयादा सरकारी नौकरियां दी हैं, जिसमें भाई-भतीजावाद या क्षेत्रीय पक्षपात का कोई आरोप नहीं है।
उद्यमिता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए, योगी ने कहा, “यह सरकार आपकी कड़ी मेहनत को पहचानने और उसका समर्थन करने के लिए है। यह वंशवादी राजनीति के लिए नहीं है, जहां मुट्ठी भर लोग अपने लिए सत्ता लूटते हैं।’’ युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करते हुए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा, ‘याद रखें, व्यवसाय में, व्यक्ति में संतुष्टि की भावना होनी चाहिए, अनावश्यक लालच से बचना चाहिए और कड़ी मेहनत करने का जुनून होना चाहिए। जिस क्षेत्र में हम प्रवेश कर रहे हैं, उसके बारे में जानकारी होना और उस ज्ञान के आधार पर आगे बढ़ना यह सुनिश्चित करता है कि कोई समस्या नहीं होगी।’
केंद्र और उत्तर प्रदेश में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकारों को लेकर योगी ने कहा, ‘जब डबल इंजन वाली सरकार काम करती है, तो जन कल्याण और राष्ट्रीय हित सर्वोच्च प्राथमिकताएं होती हैं।’ राज्य में परिवर्तन का जिक्र करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह वही उत्तर प्रदेश है, जहां 2017 से पहले कोई भी निवेश नहीं करना चाहता था, उद्यमी और व्यापारी भाग रहे थे, पूरे शहर वीरान हो गए थे और परिवार अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित थे।
उन्होंने कहा कि लड़कियों को सुरक्षित पढ़ाई के लिए छात्रावासों या रिश्तेदारों के पास रहना पड़ता था, किसानों को अपने ट्यूबवेल चोरी होने का सामना करना पड़ता था और लोग लगातार डर में रहते थे। योगी ने दावा किया कि पिछले आठ वर्षों में बेटियों, व्यापारियों और आम लोगों की सुरक्षा में सुधार हुआ है और अब राज्य में केवल माफिया ही असुरक्षित महसूस करते हैं, जो लोग कभी उनका समर्थन करते थे, वे ही परेशान हैं और सोच रहे हैं कि यह परिवर्तन कैसे हुआ। उत्तर प्रदेश की आर्थिक प्रगति का उल्लेख करते हुए योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश, जो कभी छठे, सातवें या आठवें स्थान पर रहने वाली अर्थव्यवस्था वाले ‘बीमार’ राज्यों में गिना जाता था, अब भारत की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।