रिपोर्टर रतन गुप्ता सोनौली-
नेपाल के शिक्षामन्त्री शिशिर खनाल के विरुद्ध नेकपा एकीकृत समाजवादी निकट विद्यार्थी संगठन अनेरास्ववियु आन्दोलित हो गया है । आन्दोलन की घोषणा कर सडक प्रदर्शन करनेवाले विद्यार्थियों ने शुक्रबार रत्नराज्य कैम्पस के सामने शिक्षा मन्त्री शिशिर खनाल का पुतला दहन किया है ।
आन्दोलनरत विद्यार्थियों का कहना है कि शिक्षामन्त्री होकर खनाल द्वारा किया गया प्रथम निर्णय ही गलत है । विद्यार्थी संगठन के अध्यक्ष सुदेश पराजुली का कहना है कि शिक्षा मन्त्री खनाल ने विद्यालय पाठ्यपुस्तक छापने के लिए जो निर्णय किया है, वह आम जनता के लिए अभिशाप है, निर्णय में बदलाव होना चाहिए ।
स्मरणीय है, शिक्षामन्त्री खनाल ने कक्षा १ से कक्षा ५ तक का पाठ्यपुस्तक निजी छापाखाना में छापने का निर्णय किया था । आन्दोलनरत विद्यार्थियों का कहना है कि घूस के लिए ही निजी क्षेत्र को पाठ्यपुस्तक छापने के लिया दिया जा रहा है । बताया गया है कि अगर निजी क्षेत्र को पाठ्यापुस्तक छापने के लिए दिया जाता है तो पुस्तक की विक्री मूल्य वृद्धि होने वाली है, जो गरीब विद्यार्थियों के लिए आर्थिक भार है । अध्यक्ष पराजुली का कहना है कि सरकारी छापाखाना जनक शिक्षा सामग्री केन्द्र में हो रहे अनियमितता नियन्त्रण होना चाहिए और सामुदायिक विद्यालयों की पाठ्यपुस्तक सरकारी छापाखाना में ही छापना चाहिए ।