जम्मू-कश्मीर में सरकार के गठन के बाद पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग तेज हो गई है. इस बीच कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रमुख तारिक हमीद कर्रा ने मंगलवार 29 अक्टूबर को कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को केंद्र-शासित प्रदेश का राज्य का दर्जा बहाल करने का वादा पूरा करना चाहिए.
तारिक हमीद सेंट्रल शाल्टेंग विधानसभा क्षेत्र के अपने दौरे के दूसरे दिन एक जनसंपर्क कार्यक्रम के दौरान वहां की आवाम से मुखातिब हुए. इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पीएम मोदी गृह मंत्री और केंद्र सरकार ने संसद के पटल पर और चुनाव प्रचार के दौरान अपनी रैलियों में कई बार राज्य का दर्जा बहाल करने का वादा किया था. ऐसे में अब समय आ गया है कि सरकार अपने इस वादे को पूरा करे.
पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग
पूर्ण राज्य के दर्जे के महत्व के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता कर्रा ने कहा कि इसे तत्काल बहाल किए जाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि राज्य का दर्जा सिर्फ एक प्रतीकात्मक मांग नहीं है, बल्कि यह सशक्त और जवाबदेह शासन के लिए नींव है. कर्रा ने कहा कि पूर्ण राज्य के दर्जे के बिना कोई भी फैसला लेने की सीमित शक्तियां होती हैं, जिससे बेरोजगारी, विकास, व्यवसाय, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा सुधार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को हल करने की क्षमता प्रभावित होती है.
‘आधुनिक बुनियादी ढांचे के निर्माण में मदद करेगा’
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पूर्ण राज्य का दर्जा आधुनिक बुनियादी ढांचे के निर्माण में मदद करेगा साथ ही उन सुधारों की नींव रखेगा, जो छात्रों को प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए तैयार करने और सभी के लिए सुलभ स्वास्थ्य देखभाल सुनिश्चित करने में कारगर होंगे. इससे सूबे की आवाम को आसानी होगी. जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने की लगातार मांग की जा रही है. विधानसभा चुनाव के दौरान ये एक अहम मुद्दा था.