इंडोनेशिया: शादी अब सात जन्मों का बंधन नहीं रहा और इस धारणा को मुस्लिम देश इंडोनेशिया में एक नई और विचित्र प्रथा ने बदल दिया है। साउथ ईस्ट एशिया के इस देश में “प्लेजर मैरिज” (Pleasure Marriage) का चलन तेजी से बढ़ रहा है, जहां पर्यटक अपनी छुट्टियों के दौरान कुछ दिनों के लिए अस्थायी रूप से शादी कर लेते हैं। ट्रिप खत्म होते ही तलाक देकर इस अस्थायी संबंध का अंत हो जाता है।
क्या है ‘प्लेजर मैरिज’?
‘प्लेजर मैरिज’ एक ऐसी प्रथा है, जिसमें पर्यटक अपनी पसंद की महिला से कुछ दिनों के लिए शादी करते हैं। यह विवाह पूरी तरह कानूनी नहीं है, लेकिन इंडोनेशिया के कई इलाकों, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में यह एक तरह की “सर्विस” बन चुकी है।
महिलाओं के लिए रोजी-रोटी का जरिया
लॉस एंजिल्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इंडोनेशिया में यह प्रथा एक बड़े उद्योग का रूप ले चुकी है। इस इंडस्ट्री में काम करने वाली महिलाएं, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों की, या तो आर्थिक मजबूरी के चलते इस प्रथा का हिस्सा बनती हैं, या फिर उनके परिवारों का उन पर दबाव होता है। इसके जरिए महिलाएं पैसे कमाने के लिए पर्यटकों के साथ अस्थायी विवाह करती हैं।
कहाया ने 17 साल की उम्र में पहली प्लेजर मैरिज
लॉस एंजिल्स टाइम्स ने एक महिला की आपबीती भी साझा की है, जिसका नाम ‘कहाया’ बताया गया है। कहाया ने 17 साल की उम्र में अपनी पहली प्लेजर मैरिज की थी, जब एक सऊदी पर्यटक ने उससे शादी के बदले 850 डॉलर दिए थे। शादी खत्म होने के बाद उसने तलाक ले लिया। कहाया अब तक 15 से अधिक बार इस तरह की शादियां कर चुकी हैं।
सऊदी अरब में फंसने की कहानी
सऊदी अरब में फंसने की कहानी कहाया का एक अनुभव बेहद भयावह रहा। एक सऊदी नागरिक ने कहाया को कुछ दिनों के लिए अपने साथ ले जाने का वादा किया, लेकिन वहां उसकी हालत गुलामों से भी बदतर हो गई। कहाया को प्रताड़ित किया गया और उसे वादा किए गए पैसे भी नहीं मिले। किसी तरह वह वहां से भागकर वापस इंडोनेशिया लौटने में सफल रही।
प्लेजर मैरिज पर कानूनी स्थिति
इंडोनेशिया में ‘प्लेजर मैरिज’ पर पूरी तरह प्रतिबंध है, लेकिन कोई सख्त कानून न होने की वजह से यह प्रथा अभी भी तेजी से फल-फूल रही है। इस प्रथा ने न केवल इंडोनेशिया के टूरिज्म सेक्टर को प्रभावित किया है, बल्कि कई महिलाओं की जिंदगियों को भी जटिल बना दिया है।