संसद की कार्यवाही एक बार फिर बाधित होने लगी है. पिछले हफ्ते 2 दिन संसदीय कार्यवाही सुचारू रूप से चल सकी थी, लेकिन अब सांसदों की ओर से फिर से हंगामा किया जा रहा है जिससे कार्यवाही को स्थगित करना पड़ रहा है. सोमवार को संसद का सत्र जब फिर से शुरू हुआ तो पहले लोकसभा फिर राज्यसभा की कार्यवाही बाधित हो गई. लोकसभा की कार्यवाही को 12 बजे तो राज्यसभा को 2 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ गया.
एनडीए सांसदों की ओर से कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के जॉर्ज सोरोस के साथ संबंध होने का आरोप लगाए जाने के बाद आज सोमवार को राज्यसभा में हंगामा शुरू हो गया, जिसकी वजह से ऊपरी सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
लंच से पहले कार्यवाही 2 बार बाधित
हुआ यह कि सत्ता पक्ष के सदस्यों ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं पर देश को अस्थिर करने के लिए अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस के साथ मिलीभगत करने का आरोप लगाया और इस मुद्दे पर सदन में चर्चा कराने की मांग की.
हालांकि विपक्षी सदस्यों ने इसका जमकर विरोध किया. दोनों पक्षों के बीच हंगामेदार स्थिति को देखते हुए राज्यसभा में लंच से पहले 2 बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. शून्यकाल के दौरान पहले कार्यवाही को संक्षिप्त रूप से स्थगित किया गया. फिर जब कार्यवाही शुरू हुई तो सदन के नेता जेपी नड्डा ने कहा कि बीजेपी के सांसद कांग्रेस नेताओं से जुड़े एक मुद्दे पर बेहद उत्तेजित हैं और इस पर चर्चा चाहते हैं.
सोरोस से संबंध के आरोप पर भड़के कांग्रेसी
नड्डा ने कहा, “विपक्ष के कुछ बड़े नेताओं के खिलाफ आई रिपोर्ट को लेकर हमारे सभी सदस्य बेहद उत्तेजित हैं. हमारे नेता इस मसले पर अब चर्चा करना चाहते हैं.” इस पर सत्तारूढ़ पार्टी की ओर से कई सांसदों की ओर से आरोप लगाया गया कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के जॉर्ज सोरोस से संबंध हैं. उन्होंने मांग की कि इस मुद्दे पर सदन में चर्चा की जानी चाहिए, क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला है.
बीजेपी और एनडीए के अन्य सहयोगी दलों के कई सांसदों ने सदन में इस मुद्दे को उठाया और तत्काल चर्चा की मांग की. जबकि कांग्रेस के सदस्यों ने यह आरोप लगाया कि अडाणी मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए ऐसा किया जा रहा है. विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे, जयराम रमेश और प्रमोद तिवारी जैसे कांग्रेस के बड़े नेताओं ने सवाल किया कि जब सभापति ने इस संबंध में उनके नोटिस को खारिज कर दिया था, तो वह सत्तारूढ़ पार्टी के सदस्यों को यह मुद्दा उठाने की अनुमति कैसे दे रहे हैं? दिग्विजय सिंह ने भी सदन से सवाल किया.
शून्यकाल में बीजेपी ने उठाया मुद्दा
भारी शोरगुल के बीच, सदन के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि सदन में व्यवस्था ठीक नहीं है और फिर सदन की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया.
इससे पहले, बीजेपी के लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने शून्यकाल में राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर बोलना शुरू किया. हालांकि कांग्रेस के जयराम रमेश ने उनकी टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए कहा कि जब सभापति ने नियम 267 के तहत नोटिस खारिज कर दिया है, तो उसमें जिक्र किए गए मुद्दों को किसी को भी उठाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. इस पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बहस शुरू हो गई, फिर आसन ने सदन को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया.