चन्द्रभान राज की रिपोर्ट-
लीवर ट्रांसप्लांट में लगभग तीस लाख रुपए का आयेगा खर्च-
दिल्ली के आई एल बी एस अस्पताल में लीवर डैमेज का चल रहा ईलाज-
पनियरा, महराजगंज। साथी हाथ बढ़ाना,एक अकेला थक जाएगा मिलकर बोझ उठाना। ये हिंदी फिल्म का गीत नगर पंचायत पनियरा के कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय पर तैनात शिक्षक पवन वर्मा पर सटीक बैठती है। जिनका लीवर ट्रांसप्लांट को लेकर दिल्ली के आई एल बी एस अस्पताल में भर्ती किया गया है जहां पर वह अभी भी जिंदगी ओर मौत से जंग लड़ रहे हैं। जिनके इलाज के लिए हर वर्ग के लोग सोसल मीडिया पर अभियान चलाकर सहयोग राशि जुटाने में लगे हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक़ पनियरा कस्बे में स्थित कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय पर तैनात सैतिस वर्षीय शिक्षक पवन वर्मा पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे और उनका पीलिया लेवल काफी बढ़ जाने की वजह से उन्हें बेहतर ईलाज के लिए तीस दिसंबर को पीजीआई में भर्ती कराया गया जहां पर 18 दिन तक इलाज होने के बाद भी जब उनकी स्थिति काफी गंभीर हो गई तो आनन फानन में डाक्टरों की सलाह पर उन्हें तत्काल दिल्ली के आई एल बी एस प्राईवेट अस्पताल में भर्ती किया गया है जहा पर अभी भी स्थिति गंभीर बनी हुई है।
परिजनों के मुताबिक लीवर ट्रांसप्लांट होने में लगभग तीस लाख रुपए का खर्च बताया गया है। जबकि पहले से ही ईलाज में खर्च अत्यधिक हो जाने के कारण परिवार के लिए इतने रूपयो का इंतजाम करना संभव नहीं था। फिर इस स्थिति में पवन वर्मा के मित्रो और शुभचिंतकों ने सोशल मीडिया के माध्यम से लोगो से सहयोग करने की अपील किया। जिसमे समाज के हर वर्ग के लोगो ने बढ़ चढ़कर सहयोग राशि बीमार शिक्षक के छोटे भाई अजय कुमार वर्मा के 9540435634 पर गुगल पे/ फोन पे और एकाउंट नंबर 296012010001404 आई एफ सी कोड, यूबीआईएनओ 829609 को सभी मीडिया ग्रुपों में वायरल करते हुए शिक्षक की जिंदगी बचाने को लेकर हर वर्ग के लोगो ने मुहिम चलाई। और देखते ही देखते देश और विदेश में बसे सभी शुभचिंतकों ने यथा शक्ति मदद करना सुरू कर दिया। वही शिक्षक को बचाने के लिए सभी लोग दुआ भी कर रहे हैं।वही पवन वर्मा के पिता राधेश्याम वर्मा ने अपने बेटे के ईलाज में सहयोग करने वाले लोगो के प्रति आभार व्यक्त किया है। वही दिल्ली के प्राइवेट अस्पताल में शिक्षक का ईलाज जारी है।