सीएम योगी और राजनाथ सिंह की सुरक्षा से हटेंगे NSG कमांडो, CRPF संभालेगी कमान, मोदी सरकार का आदेश

सीएम योगी और राजनाथ सिंह की सुरक्षा की crpf संभालेगी कमान

NSG commandos: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकर ने सभी वीआईपी सिक्योरिटी ड्यूटी से राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) ब्लैक कैट कमांडो को हटाने का बड़ा फैसला लिया है। इस लिस्ट में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राजनाथ सिंह का नाम भी शामिल है। सरकार ने 9 VIP लोगों को Z+ कैटगरी सुरक्षा दी हुई और उनकी सुरक्षा में NSG कमांडो तैनात हैं। अब NSG कमांडो की जगह सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) पर होगी।

गृह मंत्रालय ने विशेष रूप से प्रशिक्षित जवानों की एक नई बटालियन को CRPF के VIP विंग के साथ जोड़ने की मंजूरी भी दी है। इस बटालियन को हाल में संसद सुरक्षा से हटाया गया था। संसद की सुरक्षा से हटाए गए CRPF जवानों को स्पेशल ट्रेनिंग देकर CRPF VIP सिक्योरिटी विंग भेजा गया है। इसके लिए नई बटालियन बनाई गई है। NSG का इस्तेमाल सिर्फ आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए किया जाएगा। यह आदेश अगले महीने से लागू होगा।

9 जेड-प्लस कैटेगरी के VIP

सूत्रों ने बताया कि NSG के ब्लैक कैट कमांडो द्वारा संरक्षित Z+ कैटगरी के 9 VIP लोगों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा अध्यक्ष मायावती, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वरिष्ठ बीजेपी नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, केंद्रीय जहाजरानी मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, बीजेपी नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद, नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू हैं, जिन्हें अब CRPF का सुरक्षा घेरा प्रदान किया जाएगा।

CRPF में शामिल होगी सातवीं बटालियन

गृह मंत्रालय के अधीन दो बलों के बीच जिम्मेदारियों का ट्रांसफर एक महीने के भीतर पूरा होने की संभावना है। CRPF में 6 वीआईपी सुरक्षा बटालियन हैं। इस काम के लिए एक और सातवीं बटालियन को शामिल करने को कहा गया है। नई बटालियन वह होगी जो कुछ महीने पहले तक संसद की सुरक्षा में लगी थी। संसद में पिछले साल सुरक्षा में चूक का मामला सामने आने के बाद संसद की सुरक्षा CRPF से CISF को सौंप दी गई थी।

राजनाथ और योगी के पास ASL

सूत्रों के अनुसार, इन 9 वीआईपी में से दो को सीआरपीएफ द्वारा दिया जाने वाला एडवांस्ड सिक्योरिटी लाइसन (ASL) प्रोटोकॉल भी प्रदान किया जाएगा। इनमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ हैं। ASL में वीआईपी के आगामी दौरे वाले स्थान की पहले से जांच की जाती है। CRPF देश में पांच वीआईपी के लिए इस तरह का प्रोटोकॉल अपनाता है, जिनमें गृह मंत्री अमित शाह, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और गांधी परिवार के तीन कांग्रेस नेता शामिल हैं।

सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा की सुरक्षा से SPG (विशेष सुरक्षा समूह) हटाए जाने के बाद गृह मंत्रालय की एक समिति ने वीआईपी सुरक्षा कार्यों से एनएसजी को वापस लेने का फैसला किया है।

VIP सुरक्षा में करीब 400 ब्लैक कैट कमांडो

NSP बुधवार को अपना 40वां स्थापना दिवस मना रहा है। केंद्र सरकार का विचार है कि एनएसजी को आतंकवाद-रोधी और विमान अपहरण-रोधी अभियानों को संभालने के अपने मूल चार्टर पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और उच्च जोखिम वाले वीआईपी की सुरक्षा का कार्य इसकी सीमित और विशेषज्ञ क्षमताओं पर बोझ साबित हो रहा है। वीआईपी सुरक्षा से एनएसजी को हटाए जाने के बाद लगभग 450 ब्लैक कैट कमांडो को मुक्त किए जाने की उम्मीद है.

(भाषा इनपुट के साथ)

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!