बीजेपी ने एनसीपी नेता नवाब मलिक की उम्मीदवारी का विरोध किया था. इस वजह से एनसीपी अजित पवार गुट ने पूर्व मंत्री नवाब मलिक को टिकट नहीं दिया है. एनसीपी अजित पवार गुट की ओर से नवाब मलिक को टिकट न देकर उनकी बेटी सना मलिक को अणुशक्ति नगर से टिकट दिया गया. लेकिन नवाब मलिक अब भी चुनाव लड़ने पर अड़े हुए हैं. उन्होंने ऐलान किया कि वह चुनाव जरूर लड़ेंगे. नवाब मलिक की बगावत से एनसीपी अजित पवार गुट की मुश्किलें बढ़ने के आसार हैं.
टिकट नहीं मिलने पर नवाब मलिक ने बगावत का ऐलान कर दिया है. वह शिवाजीनगर-मानखुर्द विधानसभा सीट से निर्दलीय या एनसीपी से चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुके हैं.
इस बीच, एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल और छगन भुजबल ने शनिवार को उपमुख्यमंत्री अजित पवार के साथ नवाब मलिक से मुलाकात की.
नवाब मलिक को मनाने की कोशिश हुई फेल
इस मौके पर जब छगन भुजबल से इस मुलाकात के बारे में पूछा गया तो वह हाथ जोड़ते नजर आए. इस दौरान अजित पवार, छगन भुजबल, प्रफुल्ल पटेल और नवाब मलिक के बीच बंद कमरे में चर्चा हुई.
इस बैठक में एनसीपी के वरिष्ठ नेताओं ने नवाब मलिक से चुनाव न लड़ने का अनुरोध किया था, लेकिन फिर भी नवाब मलिक चुनाव लड़ने पर अड़े हुए हैं. इस मुलाकात के बाद नवाब मलिक की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. मैं चुनाव लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हूं, लड़ूंगा, लड़ूंगा और लड़ूंगा. मलिक ने कहा है कि वह 29 अक्टूबर को नामांकन फॉर्म भरेंगे.
बीजेपी ने नवाब मलिक को उम्मीदवार बनाने का किया था विरोध
बता दें कि भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. भ्रष्टाचार के आरोप के मद्देनजर नवाब मलिक को जेल भी जाना पड़ा था, लेकिन फिलहाल वह जमानत पर हैं और वह अजित पवार एनसीपी गुट के साथ हैं. अजित पवार के गुट के साथ आने के बाद बीजेपी ने उनका विरोध किया था और चुनाव से पहले उन्हें टिकट देने का बीजेपी नेताओं ने विरोध किया था.
हाल में महायुति के नेताओं की दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में बैठक हुई थी. इस बैठक में सीएम एकनाथ शिंदे, अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस भी उपस्थित थे. इस बैठक में ही फैसला किया गया था कि नवाब मलिक को टिकट नहीं दिया जाएगा. उनकी बेटी को उम्मीदवार बनाया जाएगा.