आनन्द श्रीवास्तव की रिपोर्ट-
नौतनवा/ महराजगंज: ग्राम हथियहवा टोला रामगढ़ की निवासी नजीबुन निशा ने अपने गांव की ग्राम प्रधान सुमन त्रिपाठी पर गंभीर आरोप लगाते हुए सीएम योगी से न्याय की मांग की है। निशा का कहना है कि ग्राम प्रधान ने जबरन उनके खेत के पास स्थित सिंचाई विभाग के कुलावे को पटवा दिया है, जिससे न केवल उनके खेतों की सिंचाई बाधित हो रही है, बल्कि उनके कई हरे पेड़ों को भी नुकसान पहुंचा है।
नजीबुन निशा ने बताया कि उनके खेत के रकबा नम्बर 908 से सटे उत्तर दिशा में रकबा नम्बर 994 पर सिंचाई विभाग का कुलावा स्थित है। ग्राम प्रधान सुमन त्रिपाठी ने इस कुलावे को सड़क के रूप में पटवा दिया और निशा के खेत की मेड़ पर लगे 48 सागौन और 3 आम के पेड़ों में से 16 हरे पेड़ जबरन कटवा दिए। इन पेड़ों की गोलाई 1 फिट से लेकर आधा फिट तक थी।
उन्होंने बताया कि कुलावे की पटाई से लेकर पेड़ों की कटाई तक हल्का लेखपाल रमेश गुप्ता और नायब तहसीलदार नौतनवा सौरभ श्रीवास्तव मौके पर मौजूद थे और जब मैंने उनसे पूछा कि आखिर कुलावे को क्यों पाटा जा रहा है और मेरे पेड़ो को क्यों काटा गया तो हल्का लेखपाल और नायब तहसीलदार द्वारा सरकारी काम में बाधा डालने की और मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देने लगे । निशा ने रोहिन बैराज के निर्माण कार्य और पेड़ों की कटाई की फोटो भी प्रार्थना पत्र के साथ संलग्न की है।
गांव में रोहिन नहर प्रणाली से खेतों की सिंचाई का कार्य होता रहा है, लेकिन पिछले 20 वर्षों से नहर का हेड बाध टूट जाने के कारण पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही थी। वर्तमान सरकार के प्रयासों से पिछले दो वर्षों से रोहिन हेड का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और अगले एक वर्ष में इसके पूरा होने की उम्मीद है। नए बांध के निर्माण से नहर की पानी की क्षमता दोगुनी हो जाएगी, जिससे किसानों को भरपूर मात्रा में पानी मिल सकेगा।
नजीबुन निशा द्वारा मुख्यमंत्री को की गयी शिकायत की प्रतिलिपि निचे दिए लिंक पर क्लिक कर के देखे-
नजीबुन निशा ने आरोप लगाया है कि ग्राम प्रधान ने अपने खेत तक ट्रैक्टर ले जाने के लिए कुलावे की पटाई की है, जो सरकारी धन का दुरुपयोग और सिंचाई जैसे महत्वपूर्ण कार्य को बाधित करने का मामला है। यह कार्य गरीब किसानों के साथ अन्याय है।
निशा ने मुख्यमंत्री योगी से निवेदन किया है कि उनके मामले की जांच किसी ईमानदार अधिकारी से कराई जाए और कुलावे को खुलवाने तथा हरे पेड़ों को कटवाने वालों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाए।
इस सम्बन्ध में जब उपजिलाधिकारी नौतनवा तथा तहसीलदार नौतनवा से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो दोनों अधिकारियो के सरकारी मोबाइल नंबर स्विच ऑफ़ आ रहे थे.
ग्रामीणों में इस घटना को लेकर रोष व्याप्त है और वे प्रशासन से शीघ्र न्याय की अपेक्षा कर रहे हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है।