आनन्द श्रीवास्तव की रिपोर्ट-
महराजगंज। निचलौल थाना क्षेत्र के रामचंद्रही (लेदी) गांव में शनिवार की आधी रात को उस समय हड़कंप मच गया जब वन कर्मियों की हूटर की आवाज गूंजने लगी। वन विभाग की टीम ने गश्त के दौरान लकड़ी लदा होने के शक में दो पिकअप गाड़ियों को रोका, लेकिन तलाशी के दौरान उनमें कॉस्मेटिक का सामान पाया गया।
वन कर्मियों की टीम जंगल की संपदा की सुरक्षा के लिए आधी रात को गश्त कर रही थी। इस दौरान उन्होंने जंगल से सटे रामचंद्रही (लेदी) गांव के रास्ते से गुजर रही तिरपाल से ढकी दो पिकअप गाड़ियों को देखा। लकड़ी तस्करी का संदेह होने पर टीम ने उनका पीछा करना शुरू किया। पिकअप चालकों ने गाड़ियों की रफ्तार बढ़ा दी, लेकिन वन कर्मियों ने हूटर बजाकर उन्हें रोक लिया।
जब गाड़ियों की तलाशी ली गई तो उनमें लकड़ी की जगह कॉस्मेटिक का सामान मिला। पूछताछ में पिकअप चालकों ने बताया कि वे यह सामान भारत-नेपाल सीमा के पास से लोड कर कुशीनगर जिले के खड्डा ले जा रहे थे।
निचलौल वन क्षेत्राधिकारी सुनील राव ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि टीम ने अवैध लकड़ी होने के शक में पिकअप गाड़ियों को रोका था। लेकिन, लकड़ी नहीं मिलने पर उन्हें छोड़ दिया गया। इस घटना ने गांव में कुछ समय के लिए अफरा-तफरी मचा दी, लेकिन बाद में स्थिति स्पष्ट हो जाने पर मामला शांत हो गया।