महराजगंज: जिले में 1 मार्च से गेहूं खरीद प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। इस बार किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने कुल 166 क्रय केंद्र स्थापित किए हैं। इन केंद्रों पर समर्थन मूल्य 2,425 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की खरीद की जाएगी, जो पिछले वर्ष की तुलना में 150 रुपए अधिक है।
166 क्रय केंद्रों पर होगी खरीद
इस बार गेहूं खरीद के लिए विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से 166 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिनका ब्योरा इस प्रकार है:
- खाद्य विभाग – 30 केंद्र
- पीसीएफ (प्राथमिक कृषि साख समिति) – 64 केंद्र
- यूपी पीसीयू – 42 केंद्र
- यूपीएसएस (उत्तर प्रदेश सहकारी संघ) – 15 केंद्र
- एनसीसीएफ (नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन) – 3 केंद्र
- मंडी परिषद – 3 केंद्र
- भारतीय खाद्य निगम (FCI) – 9 केंद्र
प्रशासन ने इन केंद्रों को किसानों की सुविधा के अनुसार विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित किया है, ताकि हर किसान को अपने निकटतम केंद्र पर गेहूं बेचने में आसानी हो।
समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी से किसानों को मिलेगा लाभ
इस वर्ष सरकार ने गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को बढ़ाकर 2,425 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया है, जो पिछले वर्ष 2,275 रुपए प्रति क्विंटल था। इस बढ़ोतरी से किसानों को सीधा आर्थिक लाभ मिलेगा और उन्हें अपनी फसल का उचित मूल्य प्राप्त होगा।
क्रय प्रक्रिया की निगरानी के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त
गेहूं खरीद प्रक्रिया की संपूर्ण निगरानी के लिए अपर जिलाधिकारी डॉ. पंकज कुमार वर्मा को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उनकी देखरेख में क्रय केंद्रों पर पारदर्शिता बनाए रखने और किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा से बचाने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे।
किसानों की सुविधा के लिए खास इंतजाम
जिला खाद्य विपणन अधिकारी विवेक सिंह ने बताया कि सभी क्रय केंद्रों पर किसानों की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाएगा। इन केंद्रों पर धूप से बचाव के लिए छाजन, पीने के पानी की व्यवस्था, बैठने के लिए उचित स्थान और बुजुर्ग किसानों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
समय से पहले पूरी की गई तैयारियां
भले ही अभी अधिकांश किसानों की गेहूं की फसल पूरी तरह तैयार नहीं हुई है, लेकिन प्रशासन ने समय से पहले सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इससे किसानों को बाद में किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
प्रशासन का मुख्य लक्ष्य – पारदर्शी और सुगम खरीद प्रक्रिया
प्रशासन का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक किसानों को खरीद प्रक्रिया से जोड़ना और पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना है। किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए गए हैं।