महराजगंज समाचार: …….तो क्या नौतनवा तहसील में रिश्वतखोरी पर लगाम लगेगा ?

आनन्द श्रीवास्तव की रिपोर्ट-

नौतनवा/महाराजगंज। नौतनवा तहसील की पूर्वी गेट पर एंटी करप्शन टीम द्वारा रिश्वतखोरी के एक मामले में लेखपाल अनिल कुमार पासवान की रिश्वत के साथ गिरफ्तारी के बाद तहसील के विभिन्न कार्यालयों में जहां हड़कंप मचा हुआ है वहीं तहसील क्षेत्र के आम जनमानस में यह चर्चा आम हो गई है कि इस कार्रवाई के बाद तहसील में हो रहे बड़े पैमाने पर रिश्वतखोरी पर क्या क्या लगाम लग सकेगा ।

 

एंटी करप्शन की इस कार्रवाई से नौतनवा तहसील कर्मियों में भले ही डर का माहौल समा गया हो लेकिन क्षेत्र की जनता में काफी खुशी की लहर है। क्षेत्र की जनता अब मुखर होकर यह कह रही है की नौतनवा तहसील के विभिन्न कार्यालय में जिस तरह की रिश्वतखोरी हो गई थी उस पर एंटी करप्शन की जितनी भी सराहना की जाए वह कम ही है। यही नहीं क्षेत्र की जनता का यह भी कहना है लेखपाल तो लेखपाल रिश्वतखोरी का आलम यह है कि नौतनवा तहसील के लेखपाल एवं कानूनगो प्राइवेट कर्मियों को अपना मुंशी बना रखा है। वही मुंशी सरकारी अभिलेख को अपने कब्जे में लेकर जनता से रिश्वतखोरी को अंजाम दे रहा हैं। नौतनवा तहसील परिषर की स्थिति यह है कि आज प्राइवेट कर्मी पूरी तरह जनता को चूंस रहे हैं।

 

बताते चले कि अभी हाल ही में प्रदेश के मुखिया माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने स्पष्ट तौर पर निर्देश जारी करते हुए कहा है कि थाना और तहसील में प्राइवेट कर्मी काम करते मिलेंगे तो उनके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी संबंधित विभाग के विभागाध्यक्ष के विरुद्ध भी गंभीर कार्रवाई की जाएगी। लेकिन इस आदेश का कोई भी असर नौतनवा तहसील में नहीं है।

 

नौतनवा तहसील में आज भी फौजदारी कार्यालय, रजिस्ट्री कार्यालय, रजिस्टर कानूनगो कार्यालय,निर्वाचन कार्यालय सहित विभिन्न कार्यालय में प्राइवेट कर्मी सरकारी अभिलेखों को अपने कब्जे में लेकर कार्य करते देखे जा सकते हैं। कुल मिलाकर प्राइवेट आदमी जिस तरह सरकारी अभिलेख को अपने कब्जे में लेकर कार्य कर रहे हैं उसे यह कहा जा सकता है कि नौतनवा तहसील में बंदर के हाथ में तलवार थमाने जैसी कहावत चरित्र हो रही है।

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