महराजगंज, (आनन्द श्रीवास्तव): जिले में संचालित अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर अब पंजीकृत डॉक्टर की फोटो लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। यह कदम मरीजों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। इस नए नियम के लागू होने से मरीजों को यह भरोसा मिलेगा कि उनके अल्ट्रासाउंड जांच किसी योग्य और प्रशिक्षित चिकित्सक द्वारा की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि कई अल्ट्रासाउंड सेंटर बाहरी डॉक्टरों के नाम पर पंजीकृत हैं, लेकिन वहां अप्रशिक्षित लोग जांच कर रहे हैं। इस तरह की अनियमितताओं को रोकने के लिए यह फैसला लिया गया है। जिले में 58 पंजीकृत अल्ट्रासाउंड सेंटर हैं, जिनमें से कई सेंटर मानकों की अनदेखी कर रहे हैं।
मरीजों और उनके परिजनों का कहना है कि कुछ सेंटरों पर प्रशिक्षित डॉक्टर मौजूद नहीं रहते, जिससे गलत रिपोर्ट मिलने का खतरा बढ़ जाता है। इससे न केवल मरीजों की सेहत पर प्रभाव पड़ता है, बल्कि गलत उपचार भी हो सकता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. श्रीकांत शुक्ला ने स्पष्ट किया कि अब जिले के सभी अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर पंजीकृत डॉक्टर की फोटो स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करनी होगी। यह नियम तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।
यदि किसी भी सेंटर द्वारा इस नियम का उल्लंघन किया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। गंभीर उल्लंघन की स्थिति में सेंटर का पंजीकरण भी रद्द किया जा सकता है।
स्वास्थ्य विभाग का यह कदम जिले में चिकित्सा सेवाओं को पारदर्शी और विश्वसनीय बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इससे मरीजों को उचित और सही उपचार मिल सकेगा।