महराजगंज: 14 अक्टूबर से शुरू होगा पांच दिवसीय बौद्ध महासम्मेलन, देवदह महोत्सव का ऐतिहासिक आयोजन

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महराजगंज। लक्ष्मीपुर क्षेत्र के ग्राम बनरसिहा कला स्थित प्राचीन बौद्ध स्तूप पर आगामी 14 अक्टूबर से पांच दिवसीय बौद्ध महासम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भगवान बुद्ध की शिक्षाओं और उनके ननिहाल देवदह के ऐतिहासिक महत्व को सामने लाना है। महासम्मेलन की तैयारियों को लेकर देवदह में एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें कार्यक्रम की रूपरेखा और जिम्मेदारियों पर विस्तार से चर्चा की गई।

देवदह महोत्सव: पांच दिवसीय प्रवज्जा प्रशिक्षण का आयोजन

देवदह रामग्राम बौद्ध विकास समिति की ओर से आयोजित यह कार्यक्रम 14 से 18 अक्टूबर तक चलेगा। इस दौरान प्रवज्जा प्रशिक्षण का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें करीब 100 लोगों को बौद्ध धर्म की दीक्षा दी जाएगी। यह महोत्सव भगवान बुद्ध के ननिहाल देवदह स्तूप पर आयोजित किया जा रहा है, जो ऐतिहासिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम के आयोजन के लिए समिति के सदस्य जी-जान से तैयारियों में जुटे हुए हैं।

केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री करेंगे उद्घाटन, पूर्व डीजीपी करेंगे समापन

समिति के अध्यक्ष जितेंद्र राव ने बताया कि इस महत्वपूर्ण आयोजन का उद्घाटन 14 अक्टूबर को केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी करेंगे। कार्यक्रम का समापन 18 अक्टूबर को पूर्व डीजीपी विजय कुमार द्वारा किया जाएगा। इन महत्वपूर्ण हस्तियों की उपस्थिति इस महोत्सव को और भी ऐतिहासिक और भव्य बनाएगी।

बौद्ध स्थलों से भिक्षुओं का आगमन

देवदह महोत्सव में नेपाल, थाईलैंड, कुशीनगर, कपिलवस्तु, सारनाथ, श्रावस्ती, नागपुर जैसे प्रमुख बौद्ध स्थलों से बौद्ध भिक्षुओं का आगमन होगा। यह कार्यक्रम न केवल भारत के बौद्ध अनुयायियों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बौद्ध धर्म के अनुयायियों का ध्यान आकर्षित कर रहा है।

बौद्ध धर्म और देवदह महोत्सव का महत्व

देवदह बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है, क्योंकि यह भगवान बुद्ध का ननिहाल माना जाता है। यहाँ स्थित प्राचीन बौद्ध स्तूप का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व बहुत बड़ा है। हर वर्ष यहाँ बौद्ध महासम्मेलन का आयोजन किया जाता है, जिसमें देश-विदेश से बौद्ध अनुयायी और भिक्षु बड़ी संख्या में भाग लेते हैं।

इस महासम्मेलन के माध्यम से न केवल बौद्ध धर्म के अनुयायियों को एक मंच मिलता है, बल्कि यह आयोजन देवदह के ऐतिहासिक महत्व को भी उजागर करता है। इस बार के कार्यक्रम में प्रवज्जा प्रशिक्षण के माध्यम से 100 लोगों को बौद्ध धर्म की दीक्षा दी जाएगी, जो इस आयोजन का प्रमुख आकर्षण होगा।

बैठक में कार्यक्रम की तैयारियों पर चर्चा

कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए समिति की ओर से जगह-जगह बैठकें की जा रही हैं। हाल ही में आयोजित बैठक में देवदह महोत्सव की तैयारियों और जिम्मेदारियों को लेकर चर्चा हुई। इस दौरान समिति के सदस्यों को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गईं, ताकि आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न किया जा सके।

बैठक में उपस्थित प्रमुख लोगों में महेन्द्र जायसवाल, लक्ष्मीचंद पटेल, राम लखन गौतम, प्रह्लाद गौतम, अमरनाथ चौधरी, गौरीशंकर, शिवभुजा पांडेय, रोहित गौतम, डॉ. महेंद्र भारती, सुग्रीव कुमार, प्रताप नारायण गौतम, छोटेलाल गौतम, अखिलेश और सन्तराम समेत दर्जनों लोग शामिल थे।

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