महराजगंज। भिटौली पुलिस ने ज्वेलरी शॉप में हुई चोरी की घटना का 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है। पुलिस ने चोरी हुए गहनों को बरामद करते हुए आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है, जो सिद्धार्थनगर जिले का निवासी है। इस शातिर चोर के खिलाफ पहले से ही कई संगीन अपराध, जिसमें गैंगस्टर के मामले भी शामिल हैं, दर्ज हैं। वह पहले भी जेल जा चुका है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सफलता पर एसपी सोमेंद्र मीना ने पुलिस टीम को 25,000 रुपये का नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
10-10-2024की रात्रि में थाना भिटौली क्षेत्र में एक ज्वेलरी की दुकान से नकबजनी/चोरी की घटना की सूचना पर तत्काल थाना भिटौली और सर्विलांस टीम द्वारा मात्र 24 घंटे के अंदर घटना का सफल अनावरण किया गया।पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा पुलिस टीम को मौके पर ही 25000 रु का इनाम दिया गया। pic.twitter.com/sGj5URH3jp
— MAHARAJGANJ POLICE (@maharajganjpol) October 11, 2024
मामला 10 अक्टूबर की रात का है, जब महराजगंज जिले के धर्मपुर बाजार स्थित सचिन ज्वेलर्स में चोरी की वारदात हुई। चोरों ने दुकान का ताला तोड़कर भारी मात्रा में सोने और चांदी के आभूषण चुरा लिए थे। घटना की सूचना मिलने पर भिटौली पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की और 24 घंटे के भीतर मामले का खुलासा कर दिया।
शुक्रवार को पुलिस ने शातिर चोर सिराजुल हक उर्फ जमील को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उसके पास से 7.5 किलोग्राम चांदी और 136 ग्राम सोने के आभूषण बरामद किए हैं। सिराजुल पहले से ही एक अपराधी है, जिस पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पुलिस की जांच में यह पता चला है कि सिराजुल ने 2011 में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) से 1 लाख रुपये का लोन लिया था, जो बढ़कर 4 लाख रुपये हो गया था। भारी कर्ज और आर्थिक तंगी के चलते वह अपराध की दुनिया में उतर गया। कर्ज चुकाने के लिए सिराजुल ने चोरी की वारदातों को अंजाम देना शुरू किया। उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उम्मीद है कि इससे जुड़ी अन्य चोरियों का भी खुलासा हो सकता है।
एसपी सोमेंद्र मीना ने पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई की सराहना की और पूरी टीम को पुरस्कृत किया। उन्होंने कहा कि सचिन ज्वेलर्स में चोरी की घटना के तुरंत बाद पुलिस ने जिस तरह से मामले की जांच की और इतनी जल्दी सफलता हासिल की, वह काबिले-तारीफ है। इस प्रकार की कार्रवाइयों से अपराधियों के हौसले पस्त होंगे और जनता में सुरक्षा की भावना मजबूत होगी।
इस पूरे मामले का खुलासा करने और आरोपी को पकड़ने में पुलिस टीम ने सराहनीय काम किया। इस टीम में **थानाध्यक्ष दुर्गेश कुमार वैश्य और सर्विलांस टीम के कई सदस्य शामिल थे, जिन्होंने तकनीकी और पारंपरिक तरीकों का उपयोग करके आरोपी का पता लगाया और उसे गिरफ्तार किया।