महराजगंज: लेखपाल व उसके सहयोगी को दस हजार रिश्वत लेते Anti-Corruption टीम ने दबोचा

महराजगंज: लेखपाल व उसके सहयोगी को दस हजार रिश्वत लेते anti-corruption टीम ने दबोचा

चन्द्रभान राज की रिपोर्ट-

महराजगंज। Anti-Corruption की टीम ने शुक्रवार को निचलौल तहसील में एक लेखपाल और उसके प्राइवेट कर्मी को 10 हजार रुपये घूस लेते हुए रंगे हाथ दबोच लिया। टीम दोनों को पकड़कर अपने साथ ले गई और सिंदुरिया थाने में पूछताछ करने के बाद एंटी करप्शन के इंस्पेक्टर राम बहादुर पाल की तहरीर पर दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। वहीं दूसरी तरफ इसकी जानकारी होते ही लेखपाल संघ के तहसील और जिले के पदाधिकारी थाने पर पहुंच गए और इस मामले को गलत बताते हुए विरोध में नारेबाजी की। इसकी सूचना पर एसडीएम निचलौल शैलेंद्र गौतम भी वहां पहुंच गए। थाने में अफरा-तफरी मची रही।

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भ्रष्टाचार निवारण मंडल गोरखपुर के इंस्पेक्टर रामबहादुर पाल के अनुसार शुक्रवार को कोठीभार क्षेत्र के ग्राम चनकौली निवासी रामसनेही से उनकी भूमि के सीमांकन की रिपोर्ट लगाने के एवज में राजस्व लेखपाल मुन्ना लाल यादव निवासी ग्राम अरदौना और प्राइवेट व्यक्ति अनिल कसौधन निवासी ग्राम सिधावें को 10 हजार रुपये घूस लेते हुए पकड़ा गया है। घूस लेते पकड़े जाने के समय लोक सेवक साक्षी गण भी मौजूद रहे। इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण मंडल गोरखपुर के इंस्पेक्टर की तहरीर पर सिंदुरिया थाना में दोनों के खिलाफ धारा 7, 7 ए, 12,13(1) ख संगठित अपराध 132 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 यथा संशोधित भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 2018 के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया।

आरोप झूठा बताकर लेखपाल साक्ष्य की मांग को लेकर अड़े रहे

विरोध में लेखपालों की भीड़ सिन्दुरिया थाने पर इकट्ठी हो गई। इस दौरान लेखपालों ने विरोध में नारेबाजी भी की। पुलिस द्वारा लेखपालों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया गया, लेकिन लेखपाल नहीं माने। लेखपालों का कहना है कि पकड़े गए लेखपाल पर लगाया गया आरोप झूठा और बेबुनियाद है। लेखपालों का कहना है कि अगर एंटी करप्शन की टीम वास्तव में उसे घूस लेते पकड़ी है तो साक्ष्य प्रस्तुत करे, अन्यथा किसी भी दशा में हम उसे यहां से ले जाने नहीं देंगे। इस मामले में विरोध करने वालों में लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष अशोक मिश्रा, राघवेंद्र पटेल, अशोक त्रिपाठी, कुलदीप शर्मा, ऋषिकेश शर्मा, लोकपति त्रिपाठी, कृष्णमोहन, अनिल सिंह, अवधेश सिंह, जनकराज, अनिल मिश्रा, आशीष चौबे आदि शामिल रहे। लेखपालों ने चेतावनी दी कि अगर लेखपाल को छोड़ा नहीं जायेगा तो लेखपाल संघ इसको लेकर धरना देगा। देर शाम तक सिन्दुरिया थाने पर भारी संख्या में पुलिस बल और अधिकारी मौजूद रहे।

एडीएम पहुंचे थाने, एंटी करप्शन की टीम लौटी

सिन्दुरिया थाने में लेखपालों के प्रदर्शन की खबर पर एडीएम डॉ. पंकज कुमार वर्मा शाम को वहां पहुंचे। एडीएम के पहुंचने के बाद एंटी करप्शन की टीम लौट गई। हिरासत में लिए गए लेखपाल व उसके सहयोगी को पुलिस की कस्टडी में रखा गया है। लेखपालों का समूह थाने पर जमा हुआ था।

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