Laddu Gopal Sthapana: घर में कब लाएं लड्डू गोपाल, जानें श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप की स्थापना के लिए 5 शुभ दिन

 

जिस तरह घर में बच्चे होने से चहल-पहल बनी रहती है, उसी तरह जिस घर में लड्डू गोपाल की सेवा की जाती है, वहां भी रौनक बनी रहती है। श्रीकृष्ण जी के बाल रूप को लड्डू गोपाल कहा जाता है। आप भी अगर घर में लड्डू गोपाल लाने की सोच रहे हैं, तो वास्तु शास्त्र के अनुसार जान लें कि घर में किस दिन लड्डू गोपाल की प्रतिमा स्थापित करने को शुभ माना जाता है। आइए, जानते हैं घर में किन पांच मौकों पर लड्डू गोपाल को लाना शुभ माना जाता है।

​एकादशी पर लड्डू गोपाल को लाना है शुभ​

 

​एकादशी पर लड्डू गोपाल को लाना है शुभ​

एकादशी के दिन लड्डू गोपाल को लाना बहुत ही शुभ माना जाता है क्योंकि एकादशी का त्योहार भगवान विष्णु को समर्पित होता है, इसलिए अगर आप एकादशी के दिन लड्डू गोपाल लाते हैं, तो आपके घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।

 

​लड्डू गोपाल को घर लाने के लिए सावन भी है शुभ​

 

​लड्डू गोपाल को घर लाने के लिए सावन भी है शुभ​

सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा की जाती है। सावन के महीने में शुभ कार्य भी किए जाते हैं। आप सावन के महीने में लड्डू गोपाल की स्थापना अपने घर में करना चाहते हैं, तो यह भी शुभ समय माना जाता है। इससे आपको भगवान शिव की कृपा भी मिलती है।

 

​राधा अष्टमी पर लड्डू गोपाल का आगमन है शुभ

 

​राधा अष्टमी पर लड्डू गोपाल का आगमन है शुभ

भाद्रपद शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को बरसाने में राधा जी का जन्म हुआ था, इसलिए यह दिन राधाष्टमी के नाम से मनाया जाता है। राधाष्टमी पर श्रीकृष्ण को घर में लाने का सबसे शुभ समय होता है। राधाष्टमी पर लड्डू गोपाल को लाना शुभ होता है।

 

​जन्माष्टमी पर घर लाएं लड्डू गोपाल​

 

​जन्माष्टमी पर घर लाएं लड्डू गोपाल​

आप अगर लड्डू गोपाल को घर लाना चाहते हैं, तो जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल को घर ला सकते हैं। जन्माष्टमी के दिन को कृष्ण जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है और इस दिन घर में नए लड्डू गोपाल लाना और उनकी पूजा करना बहुत शुभ होता है।

 

​पूर्णिमा के दिन लाएं लड्डू गोपाल​

​पूर्णिमा के दिन लाएं लड्डू गोपाल​

पूर्णिमा के दिन लड्डू गोपाल को घर लाने का सबसे शुभ समय होता है। पूर्णिमा के दिन लड्डू गोपाल की स्थापना करने उन्हें खीर का भोग जरूर लगाना चाहिए। इससे आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस दिन अगर आप व्रत रखते हैं, तो पूर्णिमा का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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