बेरूत: लेबनान की राजधानी बेरूत में तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरघाची ने शुक्रवार को इजरायल को सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि यदि इजरायल ने ईरान पर कोई सैन्य हमला किया, तो उसका जवाब पहले से कहीं अधिक आक्रामक और शक्तिशाली होगा। अरघाची का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब पूरे मिडिल ईस्ट (पश्चिम एशिया) में तनाव चरम पर है और हाल के दिनों में कई सैन्य हमले हुए हैं, जिनसे यह क्षेत्र युद्ध के कगार पर खड़ा हो गया है।
अब्बास अरघाची ने यह बयान लेबनान की संसद के अध्यक्ष नबी बेरी से मुलाकात के बाद दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि ईरान किसी भी इजरायली कार्रवाई का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है और इस बार ईरान का जवाब पहले की तुलना में कहीं अधिक जोरदार और प्रभावी होगा। पिछले कुछ हफ्तों में, ईरान और इजरायल के बीच सैन्य तनाव ने एक नया रूप ले लिया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान ने इजरायल पर कम से कम 180 मिसाइलें दागी हैं, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है। इस घटनाक्रम के बाद, ईरान ने अपनी सैन्य तैयारियों को और मजबूत किया है और किसी भी संभावित इजरायली हमले का माकूल जवाब देने का संकल्प व्यक्त किया है।
अब्बास अरघाची की यह यात्रा लेबनान के लिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि लेबनान खुद भी इजरायल के साथ तनावपूर्ण संबंधों का सामना कर रहा है। लेबनान में सक्रिय हिज़बुल्लाह को ईरान का समर्थन मिलता रहा है, और यह क्षेत्र में एक प्रमुख सैन्य ताकत के रूप में उभर रहा है। हाल ही में इजरायल और हिज़बुल्लाह के बीच झड़पों ने लेबनान को एक महत्वपूर्ण कड़ी बना दिया है।
अरघाची की यात्रा न केवल लेबनान बल्कि पूरे क्षेत्रीय सुरक्षा पर असर डालने वाली है। उन्होंने इस दौरान कहा कि ईरान अपने सहयोगियों और साझेदारों को किसी भी हमले के खिलाफ मजबूत समर्थन देने के लिए तैयार है। ईरान और हिज़बुल्लाह के संबंधों के चलते इस यात्रा का और भी अधिक महत्व बढ़ गया है, क्योंकि हिज़बुल्लाह और इजरायल के बीच बढ़ते संघर्ष से लेबनान की सुरक्षा भी दांव पर लगी है।
पिछले कुछ हफ्तों में मिडिल ईस्ट में एक के बाद एक घटनाएं घटित हो रही हैं, जिनसे पूरे क्षेत्र में युद्ध की आशंका बढ़ गई है। इजरायल और ईरान के बीच सैन्य तनाव लगातार बढ़ रहा है, और इससे पूरे पश्चिम एशिया की स्थिरता पर खतरा मंडरा रहा है। ईरान ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह इजरायल के किसी भी सैन्य कदम को बर्दाश्त नहीं करेगा और इसका जवाब पहले से कहीं अधिक गंभीर और व्यापक स्तर पर दिया जाएगा।
अरघाची के इस बयान ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता पैदा कर दी है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठन इस संघर्ष को शांत करने की कोशिश में लगे हैं, लेकिन वर्तमान हालात को देखते हुए यह कहना मुश्किल है कि तनाव कम होगा या नहीं।
अब सभी की नजरें इजरायल की प्रतिक्रिया पर टिकी हुई हैं। इजरायल पहले ही ईरान के साथ तनाव को लेकर कड़ा रुख अपनाए हुए है, और इस चेतावनी के बाद दोनों देशों के बीच संघर्ष और भी भड़क सकता है। यह भी देखना होगा कि अन्य अंतरराष्ट्रीय शक्तियां, जैसे कि संयुक्त राज्य अमेरिका, इस विवाद में क्या भूमिका निभाती हैं।