इंदौरः मध्य प्रदेश के इंदौर शहर की क्राइम ब्रांच ने ऑनलाइन सट्टा चलाने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में मानवता नगर, कनाडिया स्थित एक किराए के मकान से आठ युवकों को गिरफ्तार किया गया है। एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि ये आरोपी ऑनलाइन गेमिंग और डेटिंग एप्लिकेशन के जरिए लोगों को लुभाकर उनकी मेहनत की कमाई ठगते थे।
क्राइम ब्रांच ने छापेमारी में 29 मोबाइल फोन, 6 लैपटॉप और 13 बैंक चेकबुक-पासबुक बरामद की है। प्राथमिक जांच में करोड़ों रुपये के लेन-देन का खुलासा हुआ है। आरोपियों के खातों में रोजाना 10 लाख रुपये से अधिक का ट्रांजेक्शन होता था।
गैंग के दुबई से जुड़े तार
गिरोह का मुख्य सरगना परीक्षित है, जबकि अन्य आरोपी मंदसौर और बिहार के निवासी है। ये आरोपी यहां किराए का मकान लेकर अपनी गतिविधियां संचालित कर रहे थे। पुलिस का कहना है कि आरोपी दुबई स्थित नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं। यह गिरोह पिछले एक साल से सक्रिय था और हजारों लोगों को अपनी सट्टा स्कीम्स में फंसा चुका है।
बच्चों को बनाते थे निशाना
ऑनलाइन गेमिंग की लत से कई बच्चे मानसिक रूप से प्रभावित हुए हैं। आरोप है कि यह गिरोह शुरुआत में लोगों को पैसे जीतने का लालच देता था, लेकिन बाद में उन्हें हारते हुए कंगाल कर देता था। हाल ही में एक बच्चे के माता-पिता ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके बेटे से साढ़े चार लाख रुपये ठगे गए हैं।
एडिशनल डीसीपी ने बताया कि आरोपियों के 13 बैंक अकाउंट में भारी ट्रांजेक्शन का पता चला है। फिलहाल सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि इनसे जुड़े अन्य बड़े नाम कौन हैं? साथ ही दुबई तक यह नेटवर्क कैसे संचालित हो रहा था।पुलिस को शक है कि इस गिरोह के तार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैले हो सकते हैं। आरोपियों से पूछताछ के बाद और खुलासे होने की संभावना है।