नई दिल्लीः फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने मंगलवार को कहा कि यूक्रेन के खिलाफ रूसी आक्रामकता के “गंभीर मुद्दे” के हल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया को प्रेरित कर सकता है।
उन्होंने कहा, “हम यूक्रेन पर रूसी हमले के साथ एक कठिन दौर में भारत की जी-20 अध्यक्षता की सफलता के लिए काम कर रहे हैं।” वह भारत की एयर इंडिया और फ्रांस के एयरबस के बीच विमान खरीदने संबंधी समझौते के अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मैक्रों ने कहा, “भारत, आपके नेतृत्व में, स्पष्ट रूप से पूरी दुनिया को प्रेरित करने और हमारे सामने मौजूद गंभीर मुद्दे को हल करने में मदद कर सकता है।” भारत ने यूक्रेन में हमले को लेकर रूस की सार्वजनिक रूप से आलोचना नहीं की है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा था कि “आज का युग युद्ध का नहीं है।”
मैक्रों ने कहा कि 250 विमानों के अधिग्रहण के लिए एयर इंडिया और एयर बस का सौदा भारत व फ्रांस के बीच गहन रणनीतिक और मैत्रीपूर्ण साझेदारी में मील का एक पत्थर है। उन्होंने कहा, “इस उपलब्धि से स्पष्ट होता है कि एयरबस और सफरान सहित उसके साथी भारत के साथ सहयोग के नए क्षेत्रों को विकसित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं और हमने अंतरिक्ष से लेकर साइबर, रक्षा से लेकर संस्कृति तक, स्वास्थ्य से लेकर ऊर्जा संक्रमण जैसे कई क्षेत्रों में भारत के साथ बहुत कुछ हासिल किया है।”
मैक्रों ने कहा, “भारत और भारतीय लोगों की क्षमता को देखते हुए अब हमारे पास बहुत आगे जाने का ऐतिहासिक मौका है।” उन्होंने कहा कि एयरबस भारत के उत्कृष्ट विकास में योगदान दे रही है और एयर इंडिया को 250 नया विमान दिया जाना इस दिशा में एक और कदम होगा।”