चण्डीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल में ये साफ हो गया है कि बीजेपी इस बार सत्ता में वापसी नहीं करेगी. सभी सर्वे में कांग्रेस अकेले 45-55 सीटें जीत रही है. इसके अलावा एक्जिट पोल में कई दिग्गजों की हालत खराब नजर आ रही है. हरियाणा विधानसभा चुनाव में दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी ने 66 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. बता दें कि इस चुनाव में जेजेपी और आजाद समाज पार्टी ने गठबंधन किया था. आजाद समाज पार्टी 12 सीटों पर ताल ठोंक रही थी.
2019 के विधानसभा चुनाव में जेजेपी ने 10 सीटें जीती थीं और बीजेपी के साथ सरकार बनाई थी. वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले दोनों दल अलग हो गए थे.
आजाद समाज पार्टी से गठबंधन
इसके बाद दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी ने आजाद समाज पार्टी से गठबंधन किया था. जिसके बाद उसने 66 सीटों पर उपने उम्मीदवार उतारे थे. लेकिन जेजेपी कही भी बीजेपी-कांग्रेस को टक्कर देती नहीं दिख रही है. हालांकि ये अभी फाइनल नतीजे नहीं हैं.
जेजेपी को लगा झटका
नतीजे तो 8 अक्टूबर को आएंगे लेकिन उससे पहले एग्जिट पोल में हरियाणा चुनाव में आम आदमी पार्टी, इनेलो और जेजेपी का सफाया हो गया है. किसी भी सर्वे में जेजेपी टक्कर देती नहीं दिख रही. बता दें कि जेजेपी के नेता दुष्यंत चौटाला 2019 की बीजेपी सरकार में डिप्टी सीएम भी रह चुके हैं. अगर पोल नतीजों के साथ सटीक बैठते हैं तो यह दुष्यंत के लिए बड़ा नुकसान होगा.
2019 में मिली थी 10 सीटें
2019 विधानसभा चुनाव में जेजेपी ने 10 सीटों पर जीत हासिल की थी. जिसके बाद जेजेपी ने बीजेपी को समर्थन देकर सरकार बनवाई थी. दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम भी बने थे. अभी तक आए कुछ पोल सर्वे में जेजेपी को मात्र एक सीट मिल रही है. हालांकि शनिवार सुबह सिरसा में वोट डालते समय जेजेपी अध्यक्ष अजय चौटाला ने कहा था कि यह चुनाव बदलाव के लिए है.