नौतनवा, (लाल बहादुर जायसवाल): 16 दिसंबर को विजय दिवस के अवसर पर नौतनवा में गोरखा एक्स सर्विस मैन वेलफेयर यूनियन द्वारा एक भव्य रैली का आयोजन किया गया। यह रैली 1971 के युद्ध में गंगासागर की लड़ाई में शहीद हुए अल्बर्ट एक्का समेत 11 भारतीय जवानों की याद में आयोजित की गई। इस युद्ध में भारतीय सेना ने पाकिस्तान को हराकर बांग्लादेश को स्वतंत्रता दिलाई थी। 16 दिसंबर, 1971 को पाकिस्तानी सेना के आत्मसमर्पण के साथ ही विजय दिवस का इतिहास लिखा गया, जिसे आज भी पूरे गर्व और सम्मान के साथ मनाया जाता है।
विजय दिवस रैली की शुरुआत छपवा तिराहे पर शहीद पूरन बहादुर थापा को माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि देने के साथ हुई। इसके बाद रैली रेलवे स्टेशन चौराहा, अस्पताल तिराहा, पुराना नौतनवा तिराहा होते हुए गांधी चौक पर समाप्त हुई। रैली के दौरान देशभक्ति के नारों और शहीदों को नमन के साथ पूरे नगर में एक उत्साहपूर्ण माहौल बना रहा।
गोरखा एक्स सर्विस मैन वेलफेयर यूनियन के तहत सिलाई और बुनाई कार्य में सक्रिय महिलाओं का समूह भी इस रैली में प्रमुख रूप से उपस्थित रहा। इन महिलाओं में रानी थापा, नीतू थापा, सुनीता लिंबू, रेखा देवी और कल्पना आदि शामिल थीं। उनकी उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी विशेष बना दिया।
कार्यक्रम में गोरखा एक्स सर्विस मैन वेलफेयर यूनियन के विभिन्न पदाधिकारी और सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित हुए। इनमें प्रमुख रूप से शामिल थे:
- अध्यक्ष: सूबेदार मोहन थापा
- उपाध्यक्ष: कैप्टन श्याम किशोर थापा
- उपसचिव: हवलदार नरेश राना
- कोषाध्यक्ष: राइफलमैन टूल बहादुर थापा
- एडवाइजर: प्रिंस नायक, सूबेदार ऋषि राम थापा और कैप्टन डामर बहादुर गुरुंग
- एडवाइजर: एसीपी हवलदार रामप्रीत वर्मा
इस कार्यक्रम में इंडियन एयर फोर्स के मनोज गुरुंग, चंद्र मोहन जायसवाल, और शहीद परिवारों से अशोक थापा (शहीद पूरन बहादुर थापा के भाई) व दीपक सिंह थापा (शहीद प्रदीप थापा के भाई) ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
कार्यक्रम में नगर के कई महत्वपूर्ण जनप्रतिनिधियों ने भी भाग लिया, जिनमें नगर अध्यक्ष बृजेश मणि त्रिपाठी, सभासद राहुल दुबे, अनिल मद्देसिया, राकेश जायसवाल, धर्मात्मा जायसवाल, अनिल जायसवाल, संजय त्रिपाठी, ओमप्रकाश वर्मा, और जितेंद्र जायसवाल उपस्थित थे।
रैली के दौरान पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखी। पूरी रैली शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई, जिससे प्रतिभागियों और आम जनता में सकारात्मक संदेश गया।
यह रैली न केवल शहीदों को श्रद्धांजलि देने का अवसर थी, बल्कि नगर में राष्ट्रीय भावना को प्रबल करने का प्रतीक भी बनी। गोरखा एक्स सर्विस मैन वेलफेयर यूनियन और स्थानीय नागरिकों के समर्पण ने विजय दिवस को यादगार बना दिया।