केरल और बंगाल से मिली खुशखबरी, जानिए यूपी में कब एंट्री लेने जा रहा मॉनसून

 

लखनऊ: झुलसाने वाली गर्मी से उत्‍तर प्रदेश वालों का बुरा हाल है। तेज धूप में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। बेसब्री से मॉनसून आने का इंतजार कर रहे लोगों के लिए खुशखबरी है। जल्‍द उनका इंतजार खत्‍म होने वाला है। मॉनसून ने केरल और पश्चिम बंगाल के तटों पर दस्‍तक दे दी है। दक्षिण पश्चिम मॉनसून तय समय से छह दिन पहले ही शुक्रवार को पश्चिम बंगाल पहुंच गया है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि 18 से 20 जून के बीच यूपी में मॉनसून की एंट्री और बारिश की शुरुआत हो सकती है।मौसम विभाग के अनुसार, इस समय राजस्‍थान के ऊपर विपरीत चक्रवाती हवा का दबाव बन रहा है। एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। लखनऊ समेत यूपी के कई जिलों में एक एक जून से आंधी चलने और बिजली कड़कने का अनुमान जताया है। लेकिन बारिश होने की उम्‍मीद नहीं है।

भीषण गर्मी को लेकर योगी ने दिए आदेश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ दिनों से प्रदेश में जारी भीषण गर्मी और लू के प्रकोप को देखते हुए एक समीक्षा बैठक की। इसमें उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बढ़ते तापमान में आम जनजीवन और पशुधन, वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए हर स्तर पर पुख्ता प्रबंध किए जाएं। राहत आयुक्त कार्यालय के स्तर से मौसम पूर्वानुमान का दैनिक बुलेटिन जारी किया जाए। उन्होंने कहा कि तेज गर्मी/लू का मौसम चल रहा है। ऐसे में गांव हो या शहर, कहीं भी अनावश्यक बिजली कटौती नहीं होनी चाहिए। जरूरत हो तो अतिरिक्त बिजली खरीदने की व्यवस्था करें। ट्रांसफार्मर जलने/तार गिरने, ट्रिपिंग जैसी समस्याओं का बिना विलंब निस्तारण किया जाए। अधिकारी फोन अटेंड करें, कहीं भी विवाद की स्थिति न बनने पाए, यदि ऐसा हो तो वरिष्ठ अधिकारी तत्काल स्वयं मौके पर पहुंचें।

‘सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ रखवाएं जाए’

योगी ने कहा कि सभी नगर निकायों/ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ रखवाए जाएं। बाजार में/मुख्य मार्गों पर जगह-जगह पेयजल की व्यवस्था हो। इस कार्य में सामाजिक/धार्मिक संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाना चाहिए। सड़कों पर नियमित रूप से पानी का छिड़काव कराया जाए। उन्होंने कहा कि पानी की कमी से अत्यधिक प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए। पेयजल का अभाव कहीं भी न हो। योगी ने कहा कि स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। अयोध्या, काशी, मथुरा आदि सभी धार्मिक स्थलों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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