नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. इसी के साथ 9 जून को वह अपने नए मंत्रिमंडल का भी चयन कर रहे हैं. इसमें महाराष्ट्र के एक नाम को खासकर जगह दी गई है. ये नाम है रक्षा निखिल खडसे का. खडसे भारतीय जनता पार्टी की कार्यकर्ता हैं और रावेर लोकसभा की सीट से सांसद चुनी गई हैं.
रावेर लोकसभा क्षेत्र 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्त्व में आई. 2009 में यहां पहली बार चुनाव हुआ. तब भाजपा के हरिभाऊ जवाले ने बड़ी जीत दर्ज की थी. उसके बाद से लगातार यह सीट भारतीय जनता पार्टी के ही पास है. खडसे लगातार तीसरी बार इस सीट से सांसद चुनी गईं हैं. पहले 2014, फिर 2019 और अब 2024 में खडसे का रावेर लोकसभा सीट से चुना जाना भारतीय जनता पार्टी के लिए काफी महत्त्वपूर्ण है.
रावेर लोकसभा की सीट का ज्यादातर हिस्सा जालगांव जिले में आता है जबकि बुलढाणा जिले की भी एक सीट इस लोकसबा के अंतर्गत आती है. चोपड़ा, रावेर, भुसावल, जामनेर, मुक्ताइनगर और मालकापुर विधानसभा क्षेत्र को अपने भीतर समेटे यह इलाका पिछले चार लोकसभा चुनाव से भारतीय जनता पार्टी का गढ़ बनकर उभरा है और इसमें एक बड़ी भूमिका रक्षा खडसे ने निभाई है.
सरपंच, जिला परिषद और फिर MP
रक्षा खडसे मूलतः मध्य प्रदेश के खेतिया की रहने वाली हैं और वह एनसीपी के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे की बहू हैं. रक्षा पहली बार कोथाडी गांव की सरपंच चुनी गईं. इसके बाद वह जालगांव की जिला परिषद बनीं और फिर 2014 लोकसभा चुनाव में उन्हें भाजपा से टिकट मिला और वह सांसद बन गईं.
2014 के आम चुनाव में एनसीपी के मनीष जैन को करीब 3 लाख वोटों से हराकर जब रक्षा सांसद बनीं तो वह 16वीं लोकसभा की सबसे युवा सांसद में से एक थीं. महज 26 साल की उम्र में उन्होंने कुल 6 लाख 5 हजार 452 वोट हासिल कर महाराष्ट्र की इस अहम सीट को जीतकर अपनी राजनीति का लोहा मनवाया.
इस चुनाव में वह एनसीपी शरद पवार गुट के श्रीराम पाटिल को करीब 2 लाख 72 हजार वोटों के अंतर से हराकर संसद पहुंची हैं.