कमजोर पड़ा चक्रवाती तूफान ‘रेमल’, बंगाल में रातभर हुई बारिश, लाखों लोग किए गए शिफ्ट, कई राज्यों में अलर्ट

 

कोलकाता: चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ कमजोर पड़ गया है. कल रात यह तूफान पश्चिम बंगाल के तटों से टकराया लेकिन यह अपना आक्रामक रूप दिखाने से पहले वहां से गुजर गया. बंगाल तट पर तीन घंटे तक लैंडफॉल चला. रात 12.30 बजे लैंडफॉल खत्म हो गया. मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवात ‘रेमल’ उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ रहा है. बंगाल के कई इलाकों में रातभर जबरदस्त बारिश हुई. ‘रेलम’ के प्रभाव को देखते हुए करीब सवा लाख लोगों को सुरक्षित इलाकों में शिफ्ट किया गया.

रेमल को लेकर बंगाल-ओडिशा समेत कई राज्यों में अलर्ट

IMD ने बताया कि चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटों को पार कर रहा है. उन्होंने बताया अब तूफान धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है. मौसम विभाग ने तूफान रेमल को लेकर बंगाल, ओडिशा समेत कई राज्यों में अलर्ट जारी किया है. रातभर NDRF की 14 टीमों ने मोर्चा संभाले रखा. कई उड़ानें रद्द हुई. दर्जनों ट्रेनें प्रभावित हुईं. कोलकाता एयरपोर्ट आज सुबह 9 बजे तक बंद है.

नादिया-मुर्शिदाबाद में तूफान-बारिश का रेड अलर्ट

‘रेमल’ के मद्देनजर आज भी सोमवार को भी पूरे दक्षिण बंगाल में तेज हवाएं चलने की संभावना है. नादिया और मुर्शिदाबाद में आज तूफान और बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. 50-60 kmph घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान है. कोलकाता, हावड़ा, हुगली, दक्षिण 24 परगना समेत बंगाल के कई जिलों में आज भी तेज हवाएं चलने की संभावना है.

बंगाल में बुधवार तक बारिश होने की संभावना

बंगाल में बुधवार तक बारिश होने की संभावना है. कोलकाता में तेज हवा के साथ बारिश जारी है. राहत और बचाव के लिए बंगाल में NDRF की 14 टीमें तैनात की गई हैं. पीएम मोदी ने रेमल की तैयारियों की समीक्षा को लेकर बैठक की. उन्होंने गृह मंत्रालय से स्थिति की निगरानी करने और चक्रवात के आने के बाद वहां की समीक्षा करने और सेवाओं की बहाली के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करने को कहा.

Cyclone Remal Kolkata

‘रेमल’ के कम विनाशकारी होने की संभावना

मौसम वैज्ञानिक सोमनाथ दत्ता ने कहा कि ‘रेमल’ के मद्देनजर सोमवार सुबह तक पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में हवा की गति 100-120 किमी प्रति घंटा से लेकर 135 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है. उन्होंने ये भी कहा कि रेमल कम विनाशकारी है. यह तूफान उतना नुकसान नहीं पहुंचाएगा. उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को घर के अंदर रहने और कमजोर इमारतों से दूर रहने की सलाह दी है.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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