त्रिपुरा में CPIM-कांग्रेस गठबंधन ने बीजेपी की बढ़ाई टेंशन, ये दोस्ती कही पड़ न जाए भारी

Tripura Elections 2023: त्रिपुरा में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. इस बार के चुनाव में राज्य की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी को टक्कर देने के लिए कांग्रेस और लेफ्ट एक साथ आ गए हैं. कांग्रेस और लेफ्ट का साथ आना बीजेपी के लिए भी मुश्किल घड़ी मानी जा रही है. बीजेपी नेता त्रिपुरा में जीत पक्की मानकर तो चल रहे हैं लेकिन उनको डर है कि पिछली बार की तुलना में इस बार जीत और हार का अंतर कम हो सकती है.

त्रिपुरा में गठबंधन के बाद कांग्रेस और सीपीआईएम के सुर भी एक हो गए हैं. राज्य में कई सालों तक विपक्ष में रहने वाली कांग्रेस नेताओं के सुर एक तो हो गए हैं लेकिन, यहां कई अड़चने भी हैं. पिछले हफ्ते त्रिपुरा स्टेट कांग्रेस के चर्चित चेहरों में से एक सौदीप रॉय बर्मन भी लेफ्ट के ‘इंकलाब जिंदाबाद’ के नारे को बुलंद करते दिखे.शुक्रवार को कांग्रेस ने चुनावी राज्य में मुख्यमंत्री उम्मीदवार को लेकर भी स्थिति काफी स्पष्ट कर दी है.

मुख्यमंत्री उम्मीदवार को लेकर भी चर्चा तेज

AICC त्रिपुरा इंचार्ज अजय कुमार ने कहा कि कांग्रेस और सीपीआईएम की ओर से जितेंद्र चौधरी मुख्यमंत्री उम्मीदवार होंगे. शुक्रवार को एक संयुक्त सभा को संबोधित करते हुए कुमार ने जब लोगों से पूछा कि सीपीआईएम का ऐसा कौन सा कद्दावर नेता है जो आदिवासी समुदाय से आता है? उसका क्या नाम है? इस सवाल के जवाब में लोगों ने चौधरी का नाम लिया. इसके बाद कांग्रेस नेता ने कहा, मैं आप लोगों को बता दूं कि राज्य का अगला सीएम लेफ्ट से होगा और आदिवासी समाज का होगा.

ये भी पढ़े-  जिन कम्युनिस्टों ने सैकड़ों कांग्रेसियों को मार दिया, आज उन्हीं के साथ कांग्रेस ईलू ईलू कर रही है- अमित शाह

जीत और हार के बीच कम हो सकती है दूरी

विशेषज्ञों की मानें तो राज्य में कांग्रेस और सीपीआईएम के गठबंधन के बाद सत्ताधारी बीजेपी को नुकसान उठाना पड़ सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि लेफ्ट कई सालों तक त्रिपुरा की सत्ता में रही है और कांग्रेस विपक्ष की भूमिका थी. ऐसे में अब जब दोनों साथ है तो कहीं न कहीं इसका सीधा असर बीजेपी की सीटों और वोट पर पड़ सकता है.

16 फरवरी को होना है चुनाव

त्रिपुरा में राज्य की कुल 60 विधानसभा सीटों के लिए 16 फरवरी को चुनाव होना है. 2 मार्च को नतीजें आएंगे. चुनाव में अब कुछ ही दिन बचे हैं ऐसे में सभी पार्टियों ने पूरी ताकत झोंक दी है. बीजेपी की ओर से खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मैदान में उतर चुके हैं. हालांकि, कांग्रेस की ओर से अभी तक कोई बड़ा नेता रैली करने नहीं पहुंचा है. पीएम मोदी ने शनिवार त्रिपुरा में गठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा कि दोनों दल केरल में कुश्ती लड़ते हैं और त्रिपुरा में दोस्ती करते हैं.

error: Content is protected !!
%d bloggers like this: