इस्लामाबाद (पाकिस्तान): पाकिस्तान में चीन में मिले कोरोना वायरस और ओमिक्रॉन के मुख्य उप-स्वरुप एक्सबीबी (XBB) की मामले की पुष्टि हुई है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (एनआईएच) इस्लामाबाद और आगा खान विश्वविद्यालय (एकेयू) ने द न्यूज इंटरनेशनल के हवाले से मामले की पुष्टि की है. समाचार एजेंसी ने विश्वविद्यालय के हवाले से बताया, ‘एक बार जब हमारी धरती पर यह वैरिएंट होगा, तो हम वैसा उछाल देखेंगे जैसे हमने मूल ओमिक्रॉन वैरिएंट ने पाकिस्तान में लोगों को संक्रमित करते हुए देखा था. हालांकि, अभी मामले तेजी से नहीं बढ़ हो रहा है.’
कोरोना का एक्सबीबी (XBB) 1.5 वेरिएंट एक्सबीबी (XBB) का ही उप स्वरूप जो कि ओमीक्रॉन से ही उत्पन्न हुआ है. इसका मतलब है कि यह BA.2 सबवैरिएंट से उत्पन्न हुए कोरोनावायरस के दो संस्करणों से आनुवंशिक डेटा को वहन करता है. द हिल साइटिंग सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने अपने रिपोर्ट में बताया कि अमेरिका में कुल कोरोना संक्रमण का 40.5 प्रतिशत ओमीक्रॉन के उपस्वरूप XBB.1.5 से हुआ है. एक रिपोर्ट के अनुसार XBB.1.5 से संक्रमण के मामले BQ.1 और BQ 1.1 से संक्रमण मामले को पीछे छोड़ दिया है.
एनआईएच अधिकारियों के अनुसार पिछले 24 घंटे में 3,062 कोविड जांच हुए, जिसमे संक्रमण दर केवल 0.39 प्रतिशत के साथ 12 लोग संक्रमित मिले हैं. आगे यह जानकारी मिली है कि पिछले 24 घंटे में पूरे देश में कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है, हालांकि 11 लोग की स्थिति गंभीर बनी हुई है.
एनआईएच इस्लामाबाद के एक अधिकारी ने सोमवार को द न्यूज से बताया था, ”एनआईएच इस्लामाबाद में जीनोमिक जांच चल रही है, हालांकि संक्रमण दर कम होने से एक्सबीबी (XBB) की नमूनों की कमी है.” उन्होंने ये भी पुष्टि किया था कि देश में बीएफ.7 के संक्रमण के अभी फ़िलहाल कोई मामले देखने को मिले हैं. दूसरी ओर डॉव यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज (DUHS) कराची के प्रोफेसर, सईद खान ने कोरोना के बीएफ.7 संक्रमण नहीं मिलने की पुष्टि की है. हालांकि उन्होंने ये भी आशंका जताया है कि अगर बीएफ.7 के मामले मिलते हैं तो कोरोना संक्रमण में तेजी से उछाल आएगा.