रूस-ईरान के बीच गैस आपूर्ति पर बड़ा समझौता, आयात-निर्यात होगा आसान

रूस और ईरान के बीच बुधवार को बड़े ऊर्जा समझौते पर हस्ताक्षर हुए. बता दें कि ईरान के पास रूस के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गैस भंडार है, लेकिन अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण एक्सट्रैक्शन टेक्नोलॉजी तक पहुंच में रूकावट हुई है, जिससे गैस निर्यात का विकास धीमा हो गया है. ईरान के कार्यवाहक राष्ट्रपति मोहम्मद मख़बर ने कहा कि बुधवार को हुए MoU दोनों देशों और क्षेत्र के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं.

वहीं अब रुस से ईरान को गैस की आपूर्ति के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किया गया है. इसमें रूसी गैस को ईरान में स्थानांतरित करने पर MoU साइन किया गया.

रूसी तेल कंपनी गेजप्रोम के साथ समझौता

ईरान के तेल मंत्री जावद ओजी और रूसी तेल कंपनी गेजप्रोम के सीईओ एलेक्सी मिलर ने हस्ताक्षर किए. इस MoU से ईरान अपने क्षेत्र में एक गैस आपूर्ति केंद्र बनेगा. रूस से ईरान को गैस निर्यात आसान होगा. यह समझौता ईरान को रूस से गैस आयात करने और इसे इराक, तुर्की और पाकिस्तान को अधिक कीमत पर आपूर्ति करने में सक्षम बनाएगा.

गैस के लिए नये बाजार की तलाश

रुस-यूक्रेन युद्ध के बाद से रुस अपने गैस के लिए लगातार नये बाज़ार की तलाश कर रहा है. रूस के बाद ईरान दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गैस उत्पादक है और उसके अपने तुर्की और इराक को पाइपलाइनों के माध्यम से निर्यात करता है.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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